Bihar Engineer Corruption: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, अभियंता प्रमोद कुमार के कई ठिकानों पर ईओयू की छापेमारी

प्रमोद कुमार पर 309% अधिक संपत्ति रखने का आरोप, EOU ने पटना सहित कई ठिकानों पर की छापेमारी
बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, अभियंता प्रमोद कुमार के कई ठिकानों पर ईओयू की छापेमारी

पटना: बिहार के सहरसा में पदस्थापित शिक्षा विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार के दानापुर आवास पर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने गुरुवार को छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से लगभग 300 प्रतिशत अधिक संपत्ति रखने के आरोप में की गई। टीम ने दानापुर स्थित उनके आवास की गहन तलाशी ली।

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार तेज होती कार्रवाई के तहत आर्थिक अपराध एवं साइबर अपराध प्रकोष्ठ (ईओयू) ने बड़ा कदम उठाया है। बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम (बीएसईआईडीसी), सहरसा में कार्यरत कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की गई।

ईओयू की शुरुआती जांच में सामने आया कि अभियंता प्रमोद कुमार के पास उनकी ज्ञात आय से लगभग 309 प्रतिशत ज्यादा संपत्ति है। इस आधार पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत बुधवार को एफआईआर दर्ज की गई थी।

ईओयू के डीएसपी सी.पी. यादव ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रमोद कुमार के पास आय से तीन गुना अधिक संपत्ति का मामला सामने आया है। छापेमारी के दौरान दो लाख रुपए नकद और विभिन्न जमीन से संबंधित कागजात बरामद किए गए हैं। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। ईओयू की टीम द्वारा दस्तावेजों की जांच के साथ आय के ज्ञात स्रोतों की तुलना की जा रही है।

उन्होंने कहा कि अगर अभियंता के खिलाफ आरोप प्रमाणित होते हैं, तो आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, प्रमोद कुमार की संपत्ति को लेकर संदेह था कि उन्होंने अपनी वैध आय से कहीं अधिक पैसा और संपत्ति इकट्ठा की है। इसी संदेह के आधार पर पटना, सहरसा और सीतामढ़ी स्थित उनके घरों और व्यावसायिक परिसरों पर एक साथ छापेमारी की गई।

इस कार्रवाई में ईओयू के वरिष्ठ अफसरों के साथ तकनीकी विशेषज्ञ और सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण दस्तावेज, जमीन-जायदाद के कागजात, बैंक खातों की डिटेल, निवेश से संबंधित रिकॉर्ड और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं। इन सबका फॉरेंसिक विश्लेषण कराया जाएगा ताकि यह साफ हो सके कि यह संपत्ति प्रमोद कुमार ने अकेले बनाई है या किसी अन्य के साथ मिलकर।

 

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