नई दिल्ली: भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था लोकपाल को अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के बीच 391 शिकायतें भ्रष्ट्राचार को लेकर मिलीं। इसमें से 351 यानी कि 90 प्रतिशत मामले का निपटारा किया गया। बता दे कि साल 2019 में लोकपाल बनाया गया था।
आंकड़ों के मुताबिक दो शिकायत केन्द्रीय मंत्री और दो शिकायत पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ हुई है। लोकपाल के पास किसी भी ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने का अधिकार है, जो प्रधानमंत्री है या रह चुका है, या केंद्र सरकार में कोई मंत्री है, या कोई सांसद है, साथ ही समूह ए, बी, सी और डी के अंतर्गत केंद्र सरकार के अधिकारी भी हैं।