पटना: केंद्र में एनडीए सरकार के 11 वर्ष पूरे होने पर बिहार के मुख्य विपक्षी दल राजद ने भाजपा और एनडीए में शामिल दलों पर जोरदार निशाना साधा है। केंद्र में एनडीए सरकार के 11 वर्ष पूरे होने पर राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की 11वीं वर्षगांठ मना ले, लेकिन बिहार की हकमारी नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि इन 11 सालों में बिहार के साथ नाइंसाफी, वादाखिलाफी, छलावा हो रहा है, जुमले परोसे जा रहे हैं। आरक्षण चोर भाजपा हकमारी कर रही है। बिहार में 65 प्रतिशत आरक्षण की सीमा बढ़ाई गई, जिसे नौवीं अनुसूची में डालने की मांग केंद्र सरकार से की गई। यहां कैबिनेट से पारित करके केंद्र सरकार को भेजा गया लेकिन अब सब चुप है। यह हम लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि हम लोग आरक्षण की बात कर रहे हैं और 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' की बात करने वाले भी चुप हैं।
राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा, "यह जो 16 प्रतिशत आरक्षण की 'डकैती' हो रही है। इसका उत्तरदायित्व मुख्य रूप से चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और भाजपा, जदयू के लोगों पर है। उनको अपनी जिम्मेदारियों से कभी मुक्ति नहीं मिलेगी। ये लोग भ्रम में हैं। 11वीं मना रहे हैं, मनाने दीजिए। लेकिन, हम बिहार के साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "विधानसभा में विपक्ष के नेता पत्र लिखेंगे और मुख्यमंत्री जवाब नहीं देंगे। पार्लियामेंट डेमोक्रेसी में नेता प्रतिपक्ष संवैधानिक पद होता है। इसका मतलब हम लोग जो कह रहे हैं कि नीतीश कुमार मानसिक तौर पर बीमार हैं, यह बात सच है। उनकी याददाश्त जा चुकी है। अब तो और प्रमाणित हो गया कि वह अचेत हैं।"
उन्होंने कहा कि आरक्षण की बात पर तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी चुप नहीं बैठी थी। बिहार की जनता अब और नहीं सहेगी। लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के 243 सीटों पर एनडीए को मजबूत करने के लिए लड़ने के सवाल पर शक्ति सिंह यादव ने कहा कि उनकी हिम्मत 243 सीट पर लड़ने की नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार में कोई विषय नहीं हैं।