'डिजिटल कृषि' की दिशा में केंद्र सरकार नेशनल सॉइल स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी करेगी शुरू

नागपुर में डिजिटल कृषि को बढ़ावा देने के लिए एनएसएसएल और स्मार्ट ट्रैप लॉन्च।
'डिजिटल कृषि' की दिशा में केंद्र सरकार नेशनल सॉइल स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी करेगी शुरू

नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को नागपुर में 'विकसित कृषि' पर उच्च स्तरीय हितधारक परामर्श की अध्यक्षता करेंगे। इसी के साथ, वे प्रमुख कृषि एवं ग्रामीण विकास योजनाओं की भी समीक्षा करेंगे।

कृषि मंत्रालय के बयान के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी बैठक में शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह नेशनल सॉइल स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी (एनएसएसएल) का उद्घाटन करेंगे।

एनएसएसएल डिजिटल कृषि में एक अग्रणी पहल है, जिसे इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च, नेशनल ब्यूरो ऑफ सॉइल सर्वे एंड लैंड यूज प्लानिंग- नागपुर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सॉइल साइंस- भोपाल, इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट- नई दिल्ली द्वारा सहयोगात्मक रूप से विकसित किया गया है।

कृषि मंत्रालय के अनुसार, यह पहल प्रेसिजन एग्रीकल्चर पर नेटवर्क कार्यक्रम का हिस्सा है।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह कपास की फसलों को प्रभावित करने वाले एक प्रमुख कीट पिंक बॉलवर्म के लिए एआई-बेस्ड स्मार्ट ट्रैप भी लॉन्च करेंगे।

आईसीएआर-केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान- नागपुर द्वारा विकसित यह तकनीक सटीक कीट नियंत्रण के लिए एडवांस मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का इस्तेमाल करती है।

कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों को कृषि में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित भी किया जाएगा।

मंत्रालय के अनुसार, नेशनल सॉइल स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी की स्थापना भारत की डिजिटल कृषि की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

यह लाइब्रेरी पारंपरिक वेट केमिकल-बेस्ड टेस्टिंग की जगह मिट्टी के विश्लेषण की एक संपर्क रहित, तीव्र और लागत प्रभावी विधि की सुविधा प्रदान करेगी।

भारत के विविध कृषि-जलवायु क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले सॉइल स्पेक्ट्रल डेटा को केंद्रीय मंत्री द्वारा औपचारिक रूप से राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री चौहान के साथ डीएआरई सचिव और आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. मांगी लाल जाट, उप महानिदेशक, सहायक महानिदेशक- महाराष्ट्र स्थित आईसीएआर संस्थानों के निदेशक, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों (एसएयू) के कुलपति और अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति होंगे।

--आईएएनएस

 

 

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