Bhupendra Patel Surendranagar Visit : प्रधानमंत्री ने जनशक्ति को जलशक्ति से जोड़कर राज्य में जल सुरक्षा सुनिश्चित की है : मुख्यमंत्री

सीएम पटेल ने सुरेन्द्रनगर में जल परियोजनाओं सहित 696 करोड़ के विकास कार्यों का शिलान्यास किया।
Bhupendra Patel Surendranagar visit

सुरेन्द्रनगर: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को सुरेन्द्रनगर में पानी तथा सिंचाई से जुड़े 664 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की तथा अन्य विभागों की मिलाकर कुल 696.25 विकास परियोजनाओं का ई-लोकार्पण तथा ई-शिलान्यास किया। भूपेन्द्र पटेल ने सुरेन्द्रनगर स्थित आनंद भुवन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय सुरेन्द्रनगर-झालावाड तथा सौराष्ट्र कस्बा पानी की बड़ी समस्या का सामना कर रहा था। प्रधानमंत्री ने अपर्याप्त पानी वाले क्षेत्रों को पानीदार बनाने का संकल्प कर सौनी योजना, सुजलाम-सुफलाम योजना तथा कैनाल नेटवर्क द्वारा सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक पानी पहुँचाया है। उन्होंने कहा कि गाँव-गांव पानी पहुँचाने की प्रधानमंत्री की मंशा को गुजरात सरकार लगातार आगे बढ़ा रही है। आज कुल 696 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास में 664 करोड़ रुपए के कार्य तो सुरेन्द्रनगर जिले में केवल पीने व सिंचाई के पानी की सुविधाओं के हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा जनशक्ति को जलशक्ति से जोड़कर गुजरात में जल सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि माँ नर्मदा का पानी सिंचाई तथा पीने के उपयोग के लिए मिलने से झालावाड की माताओं-बहनों का जीवन अधिक आसान बनेगा और किसानों को खेती में बड़ा लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने सौनी योजना के जरिये माँ नर्मदा के नीर को सौराष्ट्र की ओर मोड़कर किसानों की जिंदगी बदली है। भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सुरेन्द्रनगर जिले के लखतर के ढाँकी में निर्मित 24 मंजिल जितनी ऊँचाई पर पानी पंप हो; ऐसा एशिया का सबसे बड़ा पंपिंग स्टेशन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ संकल्प का परिणाम है। पीएम मोदी ने दृढ़ता से समग्र गुजरात का विचार कर पानी-बिजली क्षेत्र में मजबूत आयोजन किए हैं, जिसके मीठे फल हमें मिल रहे हैं। आज गुजरात के गाँव-गाँव थ्री फेज बिजली पहुँची है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सौनी योजना प्रधानमंत्री के विजन का उत्तम उदाहरण है। एक ओर नर्मदा का लाखों लीटर पानी समुद्र में बह जाता था, तो दूसरी ओर सौराष्ट्र, कच्छ एवं उत्तर गुजरात पानी के लिए तरसते थे। ऐसे में पीएम मोदी ने सौराष्ट्र-कच्छ के गाँव-गाँव पानी पहुँचाने का संकल्प किया और नर्मदा के अतिरिक्त जल में से एक मिलियन एकड़ फीट जल से सौराष्ट्र के जलाशयों को भरकर सिंचाई व्यवस्था अधिक सुदृढ़ करने और पीने का पानी पहुँचाने का ठोस और सफल आयोजन किया है।

सौनी योजना की सफलता का उल्लेख करते हुए भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि इस पानी से सौराष्ट्र का जीवन बदला है। सौनी योजना गुजरात में जल प्रबंधन के लिए गेम चेंजर सिद्ध हुई है। किसानों को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनाने में सौनी योजना उपकारी बनी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से इन क्षेत्रों के लिए आया जल पारसमणि एवं समग्र झालावाड के लिए विकास की तेज रफ्तार का कारण बना है। मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की भव्य सफलता के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा देश की सैन्य शक्ति को अभिनंदन दिया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से देशभर में राष्ट्रहित सर्वोपरि की भावना सशक्त हुई है और ऑपरेशन सिंदूर 140 करोड़ भारतवासियों का मिजाज बन गया है। जल संरक्षण पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा कहते हैं कि पानी ही विकास का मुख्य आधार है। पानी को बचाने के लिए उन्होंने देशव्यापी ‘कैच द रेन’ अभियान शुरू कराया है। मुख्यमंत्री ने यह कहते हुए जल संचय को जीवन का अभिन्न अंग बनाने का आग्रह किया कि वर्षों तक पानी की भीषण कमी देख चुके सुरेन्द्रनगर के लोग तो पानी की कीमत अच्छी तरह समझते हैं। इसके साथ ही; उन्होंने लोगों से ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान अंतर्गत सुरेन्द्रनगर जिले में सबसे अधिक पेड़ लगाने, वोकल फोर लोकल के मंत्र का अनुकरण कर स्वदेशी वस्तुएँ खरीदने और किसानों से प्राकृतिक खेती पद्धति अपनाने की अपील की।

इस अवसर पर जल संसाधन एवं जलापूर्ति मंत्री कुँवरजी बावळिया ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। पूर्व में जब धोळीधजा बांध में नर्मदा जल पहुँचा था, तब वह ऐतिहासिक दिन था। आज सुरेन्द्रनगर जिले के जल किल्लत वाले लगभग 100 गाँवों में पानी पहुँचाने की योजना का भूमिपूजन हुआ है, जिससे इन गाँवों को सिंचाई के लिए जल मिलेगा। बावळिया ने सौराष्ट्र तथा गुजरात में ढाई दशक पूर्व पानी की किल्लत से होने वाली परेशानियों, पलायन तथा कठिनाइयों का उल्लेख करते हुए सौनी योजना की पृष्ठभूमि दी। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद से पीने तथा सिंचाई के जल को प्राथमिकता देकर जो व्यवस्था की है, उसके फलस्वरूप सौराष्ट्र के लोग पानी के मामले में सुरक्षित अनुभव कर रहे हैं। राज्य में शेष वंचित रह गए सुदूवर्ती क्षेत्रों में पानी पहुँचाने के लिए मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल उदार मन से सिंचाई तथा पेयजल योजनाओं को बजट में मंजूरी दे रहे हैं। पीएम मोदी के दूरदर्शितापूर्ण आयोजन एवं गुजरात सरकार के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप अकाल अब अतीत होता जा रहा है व राज्य में हरित क्रांति आई है। मुख्यमंत्री के करकमलों से शिलान्यस्त हुई तीन महत्वपूर्ण योजनाओं का विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि इन योजनाओं के अंतर्गत सुरेन्द्रनगर-मोरबी जिलों की सिंचाई योजना को अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए पाइप से पानी देने का आयोजन शुरू किया गया है। सुरेन्द्रनगर जिले की ध्रांगध्रा, वढवाण एवं मुळी तहसीलों के 45 गाँवों को 93.25 करोड़ रुपए की लागत से 235 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डालकर पानी पहुँचाया जाएगा। इसके अतिरिक्त; सायला, मुळी एवं वढवाण तहसीलों के 44 गाँवों में 218.19 करोड़ रुपए की लागत से पाइप लाइन डालकर पानी पहुँचाया जाएगा। इसके अतिरिक्त; सरवडा पंपिंग स्टेशन बनाकर ब्राह्मणी-1 से पानी उठाकर 69 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन के जरिये मोरबी जिले की हळवद तहसील के 11 गाँवों के तालाब भरे जाएंगे। इससे 433 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई लाभ मिलेगा। इस योजना पर 40.88 करोड़ रुपए खर्च होने वाले हैं। 552 करोड़ रुपए की लागत से 100 से अधिक गाँवों में सिंचाई का लाभ मिलेगा और पीने के पानी की समस्या हल होगी।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को अपनी सुरेन्द्रनगर यात्रा के दौरान लीमली गाँव में नर्मदा, जल संसाधन एवं जलापूर्ति विभाग के 218 करोड़ रुपए की लागत वाले 44 गाँवों को सिंचाई जल प्रदान करने के कार्य का शिलान्यास किया। जहाँ तकती अनावरण के अवसर पर मुख्यमंत्री ने शास्त्रोक्त विधि से कलश पूजन किया। इस अवसर पर श्री पटेल ने रामजी मंदिर तथा शेखवा पीर दादा के मंदिर में दर्शन किए और लीमली गाँव के लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सुरेन्द्रनगर पधारे। यहाँ से उन्होंने कुल 115.19 करोड़ रुपए के तीन कार्यों का ई-लोकार्पण तथा 581.06 करोड़ रुपए के 9 कार्यों का ई-शिलान्यास किया।

 

 

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