कोंडागांव: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में बड़ेकनेरा गांव के युवाओं ने सूखे पेड़ों को पुनर्जीवित करने के लिए ड्रिप ट्रीटमेंट की नई तकनीकी शुरू की है।पेड़ों को सुखाने के लिए कुछ लोग पेड़ों की गर्डर्लिंग करते हैं। जिसके कारण पेड़ सूखने लगते हैं। स्थानीय युवाओं ने अब पेड़ों को बचाने के लिए जिस जगह से पेड़ की छाल को छील दिया जाता है। वहां पर युवाओं द्वारा गोबर और मिट्टी का लेप लगाकर उसे बांध दिया जाता है। ऐसे पेड़ों पर प्लास्टिक की बोतल में पानी भरकर ड्रिप तकनीकी से पेड़ों को पानी पहुंचाया जाता है। बूंद-बूंद करके यह पानी पेड़ों तक पहुंचता है। जल्द ही सूखे पेड़, हरे भरे पेड़ के रूप में परिवर्तित होने लगते हैं।ड्रिप तकनीकी से अभी तक 100 से अधिक सूख रहे पेड़ों को हरा भरा बनाया जा चुका है।