नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच प्रतिष्ठित प्रतिद्वंद्विता अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से जानी जाएगी। सीरीज का नाम इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम पर रखा गया है। यह सीरीज एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज के नाम से जानी जाएगी।
आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह निर्णय लिया है।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के अनुसार, ट्रॉफी का आधिकारिक अनावरण तेंदुलकर और एंडरसन स्वयं 11 जून से शुरू होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान लॉर्ड्स में करेंगे। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब दोनों देश 20 जून से लीड्स के हेडिंग्ले में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के साथ नए डब्ल्यूटीसी चक्र की शुरुआत करने की तैयारी कर रहे हैं।
टेस्ट इतिहास में 188 मैचों के साथ सबसे सफल तेज गेंदबाज के रूप में जेम्स एंडरसन ने जुलाई 2024 में संन्यास ले लिया था। तेंदुलकर, जिन्हें महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है, ने 200 टेस्ट मैचों के बाद 2013 में संन्यास लिया था। दोनों लंबे समय तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेले और टेस्ट फॉर्मेट को अपने खेल से रोमांचक बनाया।
अब तक भारत और इंग्लैंड मेजबान देश के आधार पर अलग-अलग ट्रॉफियों के लिए खेलते थे। इंग्लैंड में पटौदी ट्रॉफी दी जाती थी, जिसका नाम भारत के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर रखा गया था। भारत में, यह सीरीज एंथनी डी मेलो ट्रॉफी के लिए खेली जाती थी, जिसका नाम भारतीय क्रिकेट प्रशासन के संस्थापक व्यक्ति के नाम पर रखा गया था।
नाम बदलने का चलन टेस्ट क्रिकेट में हाल में शुरू हुआ है, जिसमें महान खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाता है और सीरीज की निरंतरता बनाई जाती है। नवंबर 2024 में, इंग्लैंड-न्यूजीलैंड टेस्ट के लिए क्रो-थोरपे ट्रॉफी की शुरुआत की गई। न्यूजीलैंड के मार्टिन क्रो और इंग्लैंड के ग्राहम थोर्पे के नाम पर ये नाम रखा गया था। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेली जाती है।
सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट में 51 शतक और 68 अर्धशतक की मदद से 15,921 रन बनाए थे। उनका टेस्ट करियर 1989 से 2013 तक चला।
साल 2003 से 2024 के बीच 188 टेस्ट मैचों में जेम्स एंडरसन ने 704 विकेट लिए। इस दौरान 32 बार एक पारी में उन्होंने पांच विकेट लेने का कारनामा किया। वह टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं।