देहरादून: देशप्रेम के जज्बे के साथ चीड़बाग से तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा निकली तो इस यात्रा में सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बढ़चढ़कर जोश दिखाया। इस अवसर पर भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी, रोड सेफ्टी अभियान में जुटे स्वयंसेवी, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी, वन्य जीवों के संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान में जुटे युवा, सेवानिवृत राज्य सरकार के पूर्व अधिकारी, दिव्यांग जनों की सेवा के लिए समर्पित महिलाएं, राज्य आंदोलनकारी,रक्तदान अभियान में समर्पित जागरूक स्वयं सेवी भी शामिल थे। इस अवसर पर तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा में शामिल देशभक्तों के उद्गार थे कि आतंकवादियों तथा उनके आकाओं को भारतीय सेनाओं ने मिलकर जो सबक सिखाया है पूरी दुनिया में इसकी गूंज हुई है।वायु सेना के हमलों में ब्रह्मोस मिसाइल तथा रूस द्वारा प्रदत्त एस-400 डिफेंस सिस्टम ने मिसालें कायम की हैं। इस अवसर पर देशभक्तों ने कहा कि इस पर हमें गर्व है। इस दौरान उनका यह भी कहना था कि सिविल डिफेंस सिस्टम को उत्तराखंड के पहाड़ों और मैदानी शहरों में विस्तारित किया जाना जरूरी है क्योंकि खतरा अभी मौजूद है। उन्होंने राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों में अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय कैडेट कोर का प्रशिक्षण दिए जाने की भी मांग की है। इस अवसर पर जेपी कुकरेती, गौतम बिष्ट, मनोज ध्यानी, उमेश्वर सिंह रावत, अवधेश शर्मा, प्रमोद कुमार, मुकेश नारायण शर्मा, आशा नौटियाल, गजेंद्र सिंह रमोला, ठाकुर शेर सिंह, जितेंद्र खंतवाल, प्रदीप कुकरेती, पदम सिंह थापा, डॉक्टर रमा गोयल, शक्ति प्रसाद डिमरी देवेंद्र डोभाल, प्रमिला रावत, मोहन सिंह खत्री, कर्नल अनिल गुरुंग आदि शामिल थे।