नई दिल्ली: ईरान और इजरायल में संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच, इजरायल स्थित भारतीय दूतावास ने देश में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए शनिवार को नई सुरक्षा एडवाइजरी जारी की।
किसी भी आपात स्थिति में दूतावास के टेलीफोन नंबर +972-54-7520711 और +972-54-3278392, या ईमेल cons1.telaviv@mea.gov.in पर संपर्क करने की सलाह दी है।
भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में मौजूदा स्थिति को देखते हुए इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और इजरायली अधिकारियों तथा होम फ्रंट कमांड की ओर से जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है।
परामर्श में भारतीय नागरिकों से सावधानी बरतने, देश के भीतर सभी अनावश्यक यात्राओं से बचने तथा निर्दिष्ट सुरक्षा आश्रयों के निकट रहने का आग्रह किया गया है।
इसमें कहा गया है, "हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और भलाई सहित उभरती स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं।"
इससे पहले शुक्रवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और उन्हें ईरान के खिलाफ इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के सैन्य अभियान शुरू करने के बाद "विकसित स्थिति" के बारे में जानकारी दी।
फोन कॉल के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू का फोन आया। उन्होंने मुझे हालात के बारे में जानकारी दी। मैंने भारत की चिंताओं को साझा किया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की आवश्यकता पर बल दिया।"
नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी सहित विश्व के नेताओं से बात की।
इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कल रात से जर्मन चांसलर, भारतीय प्रधानमंत्री और फ्रांसीसी राष्ट्रपति सहित विश्व नेताओं के साथ बातचीत की है। प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति (डोनाल्ड) ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति (ब्लादिमीर) पुतिन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री से भी बात करेंगे।"
इसमें कहा गया है, "नेताओं ने ईरान के विनाश के खतरे के मद्देनजर इजरायल की रक्षा जरूरतों के प्रति समझ दिखाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह आने वाले दिनों में उनके साथ संपर्क में बने रहेंगे।"
इससे पहले शुक्रवार को नेतन्याहू ने आधिकारिक तौर पर 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' शुरू करने की घोषणा की जो इजरायल की सुरक्षा के लिए "ईरान के परमाणु खतरे को खत्म करने के लिए एक लक्षित सैन्य अभियान" है।