काहिरा: पहले तेल अवीव एयरपोर्ट के पास एक बड़ा धमाका हुआ। इस धमाके से वहां अफरा-तफरी मच गई। इजरायल ने इसके लिए हूतियों को जिम्मेदार माना और यमन के होदेइदाह बंदरगाह के पास ताबड़तोड़ हमले शुरु कर दिए। हूती विद्रोहियों ने इन हमलों के लिए इजराइल और अमेरिका को जिम्मेदार बताया है। इससे पहले रविवार को ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने इजराइल के मुख्य हवाई अड्डे को निशाना बनाकर हमला किया था। ये इजरायल ने एक तरह से नई जंग छेड़ दी है।
रिपोर्ट में एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा है कि इजराइल ने अमेरिका के साथ मिलकर यमन पर यह हमला किया है। वहीं चैनल 12 सहित इजराइली मीडिया ने भी एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी का हवाला देते हुए कहा है कि इजराइल यमन पर कई हमले करने जा रहा है। हालांकि इजराइल और अमेरिका की ओर से इन हमलों को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। बता दें कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी हूतियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ चुके है। ट्रंप ने बीते 15 मार्च सोशल प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर हुती विद्रोहियों को खत्म करने के लिए नए जंग का ऐलान किया था। अमेरिका ने हूतियों का समर्थन करने के लिए ईरान को भी कड़ी चेतावनी दी है। बीते सप्ताह अमेरिका ने यमन में अफ्रीकी कैदियों वाली एक जेल पर बड़ा एयरस्ट्राइक किया था जिसमें कम से कम 68 लोग मारे गए थे।
लाल सागर में हूतियों ने मचा रखा है आतंक
हुती विद्रोहियों द्वारा दागी गई मिसाइल से इजरायल के तेल अवीव एयरपोर्ट के पास एक गहरा गड्ढा बन गया था। मिसाइल गिरते ही यात्रियों में दहशत फैल गई थी। इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हुती विद्रोहियों से बदला लेने की कसम खाई थी। हालांकि इजरायल और हुती विद्रोहियों के बीच शुरू हुई यह जंग पुरानी है। ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने गाजा में इजरायली सेना के सैन्य अभियान के विरोध में लाल सागर में कार्गो जहाजों को लगातार निशाना बनाया है।