ढाका: बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार रिटायर लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा है कि देश में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को अब वापस भेजा जाएगा। चौधरी ने सतखीरा में तीसरी अस्थायी सीमा चौकी का उद्घाटन करने के बाद ये बात कही। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि बांग्लादेश भारत की तरह दबाव बनाने में शामिल नहीं है, बल्कि कूटनीति के जरिए से मुद्दों को सुलझाने में यकीन रखता है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय कानूनों और प्रोटोकॉल का पालन किया है। चौधरी ने आगे कहा कि विदेश मंत्रालय ने इस मामले में भारत को पहले ही पत्र लिख दिया है। विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और रोहिंग्या मामलों पर मुख्य सलाहकार के उच्च प्रतिनिधि खलील-उर-रहमान इस मुद्दे पर कूटनीतिक संवाद बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत को सूचित कर दिया गया है कि यदि कोई बांग्लादेशी नागरिक भारत में अवैध रूप से रह रहा है तो उसे उचित तरीक से वापस भेजा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार यदि कोई भारतीय नागरिक बिना अनुमति के बांग्लादेश में रहता मिला तो कानूनी प्रक्रियाओं के बाद उसे वापस भारत भेजा जाएगा। चौधरी ने कहा कि हमने भारतीय पक्ष से कहा है कि वह घुसपैठ न करे, बल्कि औपचारिक प्रत्यावर्तन प्रक्रियाओं का पालन करे। चौधरी ने दावा किया कि शुक्रवार को भारत द्वारा ब्राह्मणबरिया सीमा पर व्यक्तियों को घुसाने का प्रयास किया गया, जिसे बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी), अंसार सदस्यों और स्थानीय निवासियों की मदद से विफल कर दिया गया। यदि स्थानीय समुदाय एकजुट और सतर्क रहे तो इस तरह के हमलों का विरोध किया जा सकता है।
बता दें बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार चौधरी का बयान ऐसे समय आया है, जब भारत अपने यहां रह रहे अवैध बांग्लादेशियों को डिपोर्ट कर रहा है। महाराष्ट्र, दिल्ली, यूपी, गुजरात जैसे राज्यों में पुलिस ने अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए अभियान चला रखा है। पकड़े जाने वाले अवैध प्रवासियों में ज्यादातर बांग्लादेशी नागरिक हैं, जिन्हें उचित प्रक्रिया के जरिए वापस उनके देश भेजा जा रहा है।