हल्द्वानी: उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान सोमवार को हो रहा है। नैनीताल जिले के चार विकासखंडों हल्द्वानी, भीमताल, रामनगर और कोटाबाग में मतदाता सुबह से ही उत्साह के साथ मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन और पुलिस ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
नैनीताल जिले में 2,89,885 मतदाता 1391 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 1,40,911 महिला और 1,48,910 पुरुष मतदाता शामिल हैं। चारों विकासखंडों में 522 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटिंग हो रही है। निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए 43 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 13 जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
मतदाताओं में गांव की सरकार चुनने को लेकर खासा उत्साह है। मतदाता गंगा पांडे ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, “हम ऐसा नेता चाहते हैं जो गांव के मुद्दों को उठाए और विकास कार्यों को तेजी से पूरा करे। कई काम अभी अधूरे हैं, जिन्हें जल्द पूरा करना जरूरी है। गांव में बुनियादी सुविधाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। हम चाहते हैं कि हमारे बीच एक ऐसा नेता चुनकर आए, जो हमारे हितों को तरजीह दे। आमतौर पर देखा जाता है कि नेता आम जनता के हितों को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं।”
वहीं, मतदाता गोविंद सिंह राणा ने बताया, “हम सुबह 7 बजे से मतदान के लिए खड़े हैं। व्यवस्था बहुत अच्छी है और किसी को कोई परेशानी नहीं हो रही। हम ऐसा नेता चुनना चाहते हैं जो हमारी जरूरतों का ध्यान रखे और गांव के हित में काम करे। गांव में विकास से संबंधित कामों में तेजी लाए।”
एक अन्य मतदाता ने कहा कि एक अच्छी ग्राम पंचायत से गांव का विकास तेज होगा। लोग चाहते हैं कि उनके चुने हुए प्रतिनिधि गांव की समस्याओं को हल करें और बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाएं। वहीं, जिला प्रशासन ने मतदाताओं से शांतिपूर्ण ढंग से मतदान करने की अपील की है। यह चुनाव गांवों के भविष्य को आकार देने में अहम भूमिका निभाएगा, क्योंकि चुने गए प्रतिनिधि स्थानीय स्तर पर विकास और प्रशासन की जिम्मेदारी संभालेंगे।