सीजफायर देशहित में ऐतिहासिक कदम, सेना की बहादुरी बेमिसाल : साबिर अली

सीजफायर पर बोले साबिर अली– मोदी की कूटनीति और सेना की बहादुरी ने रचा इतिहास
सीजफायर देशहित में ऐतिहासिक कदम, सेना की बहादुरी बेमिसाल : साबिर अली

मोतिहारी: भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महामंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद साबिर अली ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर समझौते को देशहित में उठाया गया सराहनीय और दूरदर्शितापूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि यह न केवल देश की सैन्य क्षमता का प्रमाण है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिपक्व और संतुलित कूटनीति का भी परिचायक है।

साबिर अली ने मंगलवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि सीजफायर देश के हित में हुआ और बहुत अच्छा हुआ। मैं समझता हूं कि यह दूरदृष्टि का बहुत बड़ा उदाहरण है। हमारे जांबाज सिपाहियों ने जिस प्रकार दुश्मन को उसके घर में जाकर मुंहतोड़ जवाब दिया, वह पूरी दुनिया ने देखा। इसके बाद भारत ने यह भी दिखा दिया कि हम बड़े हैं और बड़े दिलवाले भी हैं।

भारतीय सेना की बहादुरी और समर्पण की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सेना जांबाज है। पूरी दुनिया की सेनाओं में अगर सबसे अधिक जांबाजी की बात आती है, तो वह भारतीय सेना है। हमारी सेना दिल और दिमाग दोनों से लड़ती है। बाकी सेनाएं अपनी जरूरत के अनुसार लड़ती होंगी, लेकिन हमारी सेना जज्बात और समर्पण के साथ अपने देश और सीमाओं की रक्षा करती है।

साबिर अली ने कहा कि भारतीय सेना ने न केवल देशवासियों की सुरक्षा की है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गई है। हमारी सेना ने जो किया है, वह इतिहास में दर्ज हो चुका है और आगे भी यह गौरव जारी रहेगा।

विपक्ष द्वारा संसद के विशेष सत्र बुलाने की मांग पर जवाब देते हुए साबिर अली ने कहा कि सरकार पहले ही सभी विपक्षी नेताओं के साथ बैठक कर चुकी है और उन्हें इस मुद्दे पर पूरी जानकारी दी गई है। विपक्ष को कुछ तो बोलना होता है, इसलिए वह मांग कर रहे हैं, लेकिन मेरी नजर में इसकी आवश्यकता नहीं है। सरकार ने पहले ही विपक्ष के नेताओं के साथ सलाह-मशवरा कर लिया था, ऐसे में विशेष सत्र बुलाने का कोई औचित्य नहीं बनता।

--आईएएनएस

 

 

Related posts

Loading...

More from author

Loading...