मुंबई: महाराष्ट्र में 'मराठी बनाम हिंदी' विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि जो मराठी लोगों को 'पटक-पटककर' मारेगा, हम उसे मुंबई के समुद्र में 'डुबो-डुबोकर' मारेंगे। उनके इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह राज ठाकरे का निजी बयान है और इससे मराठियों का कोई लेना-देना नहीं है।
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने भाषा विवाद को लेकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच चल रही तीखी बयानबाजी पर कहा, "राज ठाकरे का बोलने का अपना अंदाज है और लोग ऐसा कहते हैं कि वे बालासाहेब ठाकरे की तरह बात करते हैं। निशिकांत दुबे ने पहले शुरुआत की और कहा कि हम मराठी लोगों को 'पटक-पटक कर' मारेंगे। उनका बयान पूरे मराठी समाज के लिए था, जबकि राज ठाकरे ने सिर्फ निशिकांत दुबे को लेकर बयान दिया और कहा कि हम उन्हें 'डुबो-डुबोकर' मारेंगे। ठाकरे ने दुबे समाज को कुछ नहीं कहा है। मुंबई में मराठी और गैर मराठी मिलजुलकर साथ रहते हैं। मैं नहीं समझता कि कोई कड़वाहट है। निशिकांत दुबे और राज ठाकरे के बीच निजी बयानबाजी हो रही है। इसका मराठी या गैर-मराठी समुदायों से कोई लेना-देना नहीं है।"
सीएम देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे की मुलाकात पर आनंद दुबे ने कहा, "महाराष्ट्र की संस्कृति लोगों से मिलने-जुलने वाली रही है। लोगों ने विलासराव देशमुख और गोपीनाथ मुंडे, देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे के दौर को भी देखा है। मिलना और बातचीत करना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, इसमें कुछ भी राजनीति का विषय नहीं है। मैं मानता हूं कि अगर हम बहुत कुछ सहने के बाद भी मुस्कुराकर मिलते हैं तो यह हमारा बड़प्पन है। देवेंद्र और उनकी पार्टी ने हमारी पार्टी को तोड़ने, सरकार को गिराने जैसे कदम उठाए हैं। इसके बावजूद हमारे संस्कार हैं कि हम सभी से प्रेम से मिलते हैं।"
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के विधानसभा में गेम खेलने को लेकर भी आनंद दुबे ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विधानसभा में आराम से रम्मी खेल रहे हैं। यह आश्चर्यजनक है कि जो लोग किसानों की बात करते हैं, वे जुआ खेल रहे हैं। हम मुख्यमंत्री देवेंद्र से मांग करते हैं कि वे मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करें, वरना लोग यही सोचेंगे कि इसके पीछे भाजपा का हाथ है।