फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश, पांच सायबर अपराधी गिरफ्तार

पुणे में फर्जी कॉल सेंटर से अमेरिकी नागरिकों को ठगने का खुलासा, पुलिस ने मारा छापा
Pune fake call center

पुणे: देशभर में जहां डिजिटल साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, वहीं अपराधियों ने अब अमेरिकी नागरिकों के साथ भी धोखाधड़ी शुरू कर दी है। पुणे पुलिस ने पुणे के खराडी इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर कंपनी पर छापा मारकर 5 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि अमेरिकी नागरिकों को ठगने के लिए एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर सायबर पुलिस, पुणे शहर और अपराध शाखा पुलिस द्वारा फर्जी कॉल सेंटर पर मध्य रात्रि में छापा मारा गया। पुलिस को पता चला कि यह कॉल सेंटर बिना लाइसेंस के चलाया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम 1) सरजीतसिंह गिरावतसिंह शेखावत (वर्तमान में खराडी, पुणे में रह रहा हैं, मूल रूप से झुंझुनु, राजस्थान का का रहने वाला है), 2) अभिषेक अजय कुमार पांडे (वर्तमान में खराडी, पुणे में रह रहा हैं, मूल रूप से अहमदाबाद, गुजरात का रहने वाला हैं), 3) श्रीमय परेश शहा (वर्तमान में खराडी, पुणे में रह रहा हैं, मूल रूप से अहमदाबाद, गुजरात का रहने वाला हैं), 4) लक्ष्मण अमरसिंह शेखावत (वर्तमान में खराडी, पुणे में रह रहा हैं, मूल रूप से अहमदाबाद, गुजरात का रहने वाला हैं) 5) हारून अरुमन खिशचन (वर्तमान में खराडी, पुणे में रह रहे हैं, मूल रूप से अहमदाबाद, गुजरात का रहने वाला हैं) है और तीन आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।

- 13 लाख रुपये से अधिक का सामान जब्त 

पुलिस ने अनधिकृत कॉल सेंटर से कुल 9,60,000 रुपये के 64 लैपटॉप, 4,10,000 रुपये मूल्य के 41 मोबाइल फोन और कुल 4,000 रुपये के 4 राउटर जब्त किए हैं। पुलिस ने कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों के पहचान पत्र भी जब्त कर लिए हैं, साथ ही अमेरिकी नागरिकों को ठगने के लिए कर्मचारियों को दी गई अंग्रेजी में बातचीत की स्क्रिप्ट वाले दस्तावेज भी जब्त किये हैं। इस प्रकार पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर से 13.74 लाख रुपये मूल्य का सामान जब्त किया है।

- डिजिटल गिरफ्तारी का डर 

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मैग्नेटेल बीपीएस एंड कंसल्टेंट्स एलएलपी नामक एक अनधिकृत कॉल सेंटर पुणे के खराडी मुंढवा रोड पर प्राइड आइकॉन इमारत की नौवीं मंजिल पर चल रहा था। यह कॉल सेंटर अमेरिकी नागरिकों को यह बताकर धोखा दे रहा था कि उनके अमेज़न खातों का दुरुपयोग किया गया है। अमेरिकी नागरिकों से कहा जा रहा था कि अमेज़न खातों के दुरुपयोग के माध्यम से ड्रग्स की तस्करी की जा रही है और उन्हें डिजिटल गिरफ्तारी से डराया जा रहा था। 

- कॉल सेंटर में 111 पुरुष और 12 महिलाएं काम कर रही थीं

फर्जी कॉल सेंटर अमेरिकी समयानुसार शाम 6 बजे से रात 2 बजे तक कॉल संचालित किया जा रहा था। जाँच में पुलिस को पता चला है कि कॉल सेंटर में 111 पुरुष और 12 महिलाएं काम कर रही थीं। जब उनके लैपटॉप की जांच की गई तो पाया गया कि उनमें से कई पर संदिग्ध एप्लीकेशन और वीपीएन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा था। कॉलर माइक के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों के मोबाइल नंबर पर संपर्क करके उन्हें उपहार कार्ड खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा था। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी इस गिफ्ट कार्ड का इस्तेमाल अपने वित्तीय लाभ के लिए कर रहा था।

 

 

Related posts

Loading...

More from author

Loading...