नई दिल्ली: पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को दोनों देशों के बीच रिश्तों को मजबूत करने का एक अवसर बताया है।
सांसद का यह बयान उस वक्त आया है जब लोकसभा के मानसून सत्र के दौरान हुई चर्चा में विपक्षी सांसदों ने इस पर ऐतराज जताया है। विपक्षी सांसदों का मानना है कि वर्तमान परिस्थितियों में पाकिस्तान के साथ हम मैच नहीं खेल सकते हैं।
पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गुरुवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा कि खेल और संस्कृति भारत और पाकिस्तान की परंपराओं में गहराई से जुड़े हैं, और दोनों देश मजबूत रिश्ते चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के युवा स्थिर और सौहार्दपूर्ण संबंधों की इच्छा रखते हैं, और भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच इन रिश्तों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
पप्पू यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की खेल और सांस्कृतिक कूटनीति के जरिए संबंध सुधारने की पहल का हवाला देते हुए कहा कि इस दिशा में प्रयास जारी रखने चाहिए। उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो इस मुद्दे पर लापरवाही से बोलते हैं और इसे गलत ठहराया। साथ ही, उन्होंने इस बात पर बल दिया कि खेल को राजनीति का हथियार नहीं बनने देना चाहिए, बल्कि यह दोनों देशों के बीच दोस्ती और समझ को बढ़ाने का माध्यम होना चाहिए।
पप्पू यादव ने बिहार में महागठबंधन में संभावित फूट की अटकलों पर चिंता जताते हुए कहा कि कांग्रेस को गठबंधन को मजबूत करने की जिम्मेदारी गंभीरता से निभानी चाहिए। उन्होंने महागठबंधन के एक हिस्से के रूप में कांग्रेस से आग्रह किया कि वह यह सुनिश्चित करे कि गठबंधन एकजुट और मजबूत रहे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि कुछ घटक दलों का अहंकारी रवैया गठबंधन की एकता के लिए खतरा बन सकता है।
उन्होंने कहा, "अक्टूबर तक कौन कहां जाएगा, यह कहना मुश्किल है।"
सांसद ने कांग्रेस से आग्रह करते हुए कहा कि पार्टी को हमेशा यह ध्यान देना चाहिए कि महागठबंधन से कोई न जाए।
बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर कहा जा रहा है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसे दावों को तब ज्यादा हवा मिली जब विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी ने महागठबंधन की बैठक से दूरी बना ली। कहा जा रहा है कि सहनी विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए 60 सीट मांग रहे हैं।