Fadnavis on Trump Call: पाकिस्तान ने सीजफायर के लिए खुद किया था फोन, भारत को नहीं मध्यस्थता की जरूरत : देवेंद्र फडणवीस

फडणवीस का कांग्रेस पर हमला, बोले- भारत ने कभी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की, आज भी नहीं करेगा।
पाकिस्तान ने सीजफायर के लिए खुद किया था फोन, भारत को नहीं मध्यस्थता की जरूरत : देवेंद्र फडणवीस

मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर हुई बातचीत को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान आया है। उन्होंने कहा कि पहले दिन से भारत ने अपना रुख साफ कर रखा था कि हम कोई मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेंगे।

देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, "पहले दिन से ही भारत ने अपना रुख तय कर रखा था कि हम किसी भी मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेंगे। हम सभी जानते हैं कि जब भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तान के 11 एयरबेसों को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया, जहां से कोई भी विमान उड़ान नहीं भर सकता था, तो पाकिस्तान को यह स्पष्ट हो गया कि वह यह युद्ध नहीं लड़ सकता। इसके बाद पाकिस्तान ने कई देशों से गुजारिश की और कहा कि आप मध्यस्थता करें और साथ ही भारत को समझाएं और सीजफायर कराएं। उन सभी देशों को भारत ने स्पष्ट रूप से बताया कि यह हमारा आपसी मामला है और कोई भी बीच में न आए। अगर पाकिस्तान सीजफायर चाहता है तो वह सामने से आकर हमसे बातचीत करे, जिस पर भारत विचार करेगा।"

उन्होंने कहा, "बाद में पाकिस्तान ने खुद फोन किया और गुजारिश की, जिसके बाद सीजफायर किया गया। इसमें किसी भी देश ने कोई मध्यस्थता नहीं की थी। भारत ने पहले भी यही बात कही थी और आज भी पीएम मोदी ने इसी बात को दोहराया है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा है कि हमारा ऑपरेशन जारी है। अगर कोई हम पर हमला करता है तो हम उस पर हमला करेंगे। हमको किसी की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है।"

सीएम फडणवीस ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा लगता है कि उन्हें (कांग्रेस को) जवाब मालूम था, लेकिन ये लोग सोते नहीं हैं, बल्कि सोने का ढोंग करते हैं। इसलिए ढोंगी लोगों से आप क्या ही उम्मीद कर सकते हैं।"

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 35 मिनट की बातचीत में कई विषयों पर चर्चा हुई।

विक्रम मिस्री ने बताया, " 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद दोनों नेताओं की यह पहली बातचीत थी। गत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन पर शोक संवेदना प्रकट की थी और आतंक के खिलाफ समर्थन व्यक्त किया था। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में विस्तार से बात की।"

 

 

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