Rupali Ganguly On Modi: पीएम मोदी के आह्वान से छोटे कारीगरों और व्यवसायों को मिली नई ताकत : रुपाली गांगुली

रुपाली गांगुली ने कहा- मोदी सरकार की नीतियों से देश बना आत्मनिर्भर, उद्योगों को मिला बल।
पीएम मोदी के आह्वान से छोटे कारीगरों और व्यवसायों को मिली नई ताकत : रुपाली गांगुली

मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के एक साल सोमवार को पूरे हो गए। उन्हें केंद्र की सत्ता में रहते हुए 11 साल हो चुके हैं। इस मौके पर टेलीविजन की लोकप्रिय अभिनेत्री रुपाली गांगुली ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए पीएम मोदी की जमकर तारीफ की।

रुपाली गांगुली ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया, जिसके बाद से यह विचारधारा धीरे-धीरे देशभर में व्यापक रूप से स्वीकार की जाने लगी है। शुरुआत में केवल मोदी जी के समर्थक इस आंदोलन में शामिल हुए थे, लेकिन समय के साथ जनता ने भी यह महसूस किया कि घरेलू उत्पादों को प्राथमिकता देना न केवल हमारे कारीगरों और छोटे व्यवसायों को मजबूत करता है, बल्कि देश की आर्थिक आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देता है। आज देश के कई नागरिक गर्व के साथ कहते हैं कि उनके घरों में चीन का कोई भी सामान नहीं आता। लोग उत्पाद के लेबल को देखकर सुनिश्चित करते हैं कि वह 'मेड इन इंडिया' हो, जिससे यह आंदोलन और भी सशक्त होता जा रहा है।"

उन्होंने कहा, " 'मेड इन इंडिया' के प्रति बढ़ती जागरूकता ने देशवासियों में अपनी अर्थव्यवस्था पर गर्व करने की भावना को जागृत किया है। छोटे-छोटे कदमों से शुरू हुआ यह आंदोलन केवल एक उत्पाद या अभियान नहीं था, बल्कि आम जनता के लिए एक शुरुआत थी कि वे भारत को अपना व्यवसाय दें। उदाहरण के तौर पर, जब बात छुट्टियों की होती है, तो अब लोग देश के भीतर ही घूमने-फिरने को प्राथमिकता देते हैं, ताकि घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। लोग स्थानीय सामान खरीदने, देश में निवेश करने और 'ईज ऑफ डुइंग बिजनेस' की नीतियों का फायदा उठाकर भारत को एक बेहतर निवेश स्थल बनाने में विश्वास रखते हैं। विदेशी निवेशकों को भी यह भरोसा दिया गया है कि सरकार उन्हें पूरी सहायता प्रदान करेगी, जिससे देश में व्यापार करना और भी आसान हुआ है।"

एक्ट्रेस ने कहा, "अब एप्पल जैसे वैश्विक ब्रांड भी अपने उत्पादों का निर्माण देश में ही कर रहे हैं, जो पहले हमारे लिए एक दूर की कल्पना थी। इसके साथ ही, अन्य कई कंपनियां भी अपने प्रोडक्ट्स को भारत में बनाने लगी हैं, जिससे स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। इस बदलाव में रतन टाटा जैसे दिग्गज उद्योगपतियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिन्होंने देश में उत्पादन और निवेश को प्रोत्साहित करने में अग्रणी भूमिका निभाई है।"

रुपाली ने कहा, "पहले शायद किसी ने सोचा भी नहीं था कि विदेशी कंपनियां भारत में बड़े पैमाने पर निवेश और उत्पादन करेंगी। लेकिन मोदी सरकार की ‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ और पारदर्शिता की नीतियों ने देश के उद्योगपतियों के लिए कारोबार करना पहले से कहीं ज्यादा आसान बना दिया है। इससे न केवल विदेशी निवेश बढ़ा है, बल्कि आउटसोर्सिंग भी कम हुई है और ज्यादा से ज्यादा व्यवसाय भारत के अंदर ही सिमटने लगे हैं। छोटे-छोटे उदाहरण भी बताते हैं कि कैसे विदेशी कंपनियां भारत में आकर उत्पादन कर रही हैं, जिससे स्थानीय उद्योगों को मजबूती मिली है। यह सब मोदी जी और उनकी सरकार के मजबूत नेतृत्व और आर्थिक सुधारों का नतीजा है।"

 

 

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