दोस्तों का साथ बनाता है सेहतमंद

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- जिसके दोस्त हैं, वह मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ 

लंदन: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने बंदरों के ऊपर एक शोध किया है। शोध की मुख्य शोधार्थी डॉक्टर कैटरीना जॉनसन का कहना है,दोस्तों की संगत से पेट के माइक्रोबायोम ज्यादा बेहतर तरीके से काम करते हैं। जिससे बीमारियां दूर रहती हैं। जो लोग दोस्तों के साथ समय बिताते हैं। वह मानसिक और शारीरिक रूप से हमेशा स्वस्थ बने रहते हैं। 

कैटरीना का कहना है कि समय के साथ-साथ हमारी पाचन शक्ति घटती जाती है। पेट के अंदर के माइक्रोबायोम पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाते हैं। जो लोग दोस्तों के साथ मिलते जुलते रहते हैं,और हमेशा खुश रहते हैं। उनके पेट के माइक्रोबायोम हमेशा सक्रिय बने रहते हैं। 

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय एवं यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो

बाउल्डर ने संयुक्त रूप से शोध किया। वैज्ञानिकों ने शोध के लिए 1,000 से अधिक बंदरों को तैयार किया था। इसमें से 6 से 20 साल उम्र के 22 नर और 16 मादा बंदरों पर गहन परीक्षण किया गया। उनके खाने-पीने और व्यवहार का अध्ययन किया गया। 

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर फिलिप बरनेट के अनुसार सामाजिक संपर्क से पेट के कुछ माइक्रोबायोम की संख्या और सक्रियता दोनों बढ़ जाती है। इससे शरीर की इम्यूनिटी बेहतर होती है। परीक्षण के दौरान जो बंदर कम सामाजिक थे। उनमें स्ट्रैप्टॉकोकस ज्यादा पाए गए। इसकी वजह से इंसानों में निमोनिया और गला घोंटू जैसी बीमारियां होती हैं। 





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