अमेठी, 14 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार की नई आबकारी नीति का असर जमीन पर साफ दिखने लगा है। राज्य सरकार ने हाल ही में आबकारी नीति में बदलाव किया था और फायदा ये हुआ कि अमेठी जिले में एक महीने के भीतर 32 करोड़ रुपये की शराब बिक गई।
अमेठी में सिर्फ मई महीने में 32 करोड़ रुपये की शराब बिक्री दर्ज की गई। इससे आबकारी विभाग की आमदनी में बड़ी बढ़ोतरी हुई। शराब बेचने में अमेठी पूरे राज्य में सातवें और मंडल में पहले स्थान पर आया है। मई महीने में विभाग को साढ़े 24 करोड़ का लक्ष्य मिला था। हालांकि टारगेट से ज्यादा शराब बिक्री हुई।
राज्य सरकार ने मार्च महीने में आबकारी नीति में बदलाव करते हुए अंग्रेजी शराब और बीयर की दुकानों को 'कंपोजिट' (संयुक्त) स्वरूप में बदला था। इससे उपभोक्ताओं को एक ही दुकान पर बीयर और शराब आसानी से उपलब्ध होने लगी। इस बदलाव से पहले जिले में बीयर की 43 और अंग्रेजी शराब की 47 दुकानें थीं। नई नीति के बाद इनकी संख्या बढ़कर 85 हो गई, जिससे शराब की उपलब्धता और बिक्री दोनों में इजाफा हुआ।
जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश कुमार आर्य ने बताया कि इस बढ़ी हुई बिक्री के पीछे नीति में बदलाव और शादी का सीजन दो मुख्य कारण हैं। उन्होंने कहा, "लोगों को अब एक ही दुकान पर बीयर और अंग्रेजी शराब दोनों सुलभता से मिल जाती हैं, जिससे बिक्री में तेजी आई है। अमेठी इस समय मंडल में पहले और प्रदेश के सीएम डैशबोर्ड पर सातवें स्थान पर है। अप्रैल और मई महीने में अमेठी ने रिकॉर्ड कायम रखा है।"
अधिकारी ने कहा कि हमने जिले में अवैध शराब पर भी अंकुश लगाया है। विभाग पूरी तरह अलर्ट रहा। आबकारी विभाग ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से लगातार दबिश दीं। इससे जिले में अवैध शराब पर काफी रोक लगी।
--आईएएनएस
डीसीएच/केआर