नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के कामकाज और प्रमुख पहलों से अवगत कराया गया। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने सामाजिक न्याय पहलों में 'सहानुभूति से अवसर' की ओर बदलाव की सराहना की।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार और केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने बुधवार को संसद भवन में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की।
बैठक के दौरान उपराष्ट्रपति को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के कामकाज और समाज के वंचित एवं हाशिए पर पड़े वर्गों को सशक्त बनाने में उसकी भूमिका से अवगत कराया गया। इस संक्षिप्त जानकारी में लक्षित समूहों के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक विकास के उद्देश्य से संचालित विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं का विवरण शामिल था।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि पैरालंपिक और विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दिव्यांगजनों का प्रदर्शन बेहद उत्साहजनक है। उन्होंने सरकार की 'सहानुभूति से अवसर की ओर' की नीति में बदलाव की सराहना की और कहा कि इसके परिणाम पहले ही सामने आ चुके हैं।
सीपी राधाकृष्णन ने हाल के वर्षों में भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के उल्लेखनीय बदलाव की भी सराहना की तथा इसे दिव्यांगजनों की सेवा में प्रभावी सार्वजनिक क्षेत्र के प्रदर्शन का एक उदाहरण बताया।
पिछले दिनों उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने 'वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025' में भारतीय पैरा एथलीट्स के ऐतिहासिक प्रदर्शन को सराहा था। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित इस चैंपियनशिप में भारत कुल 22 पदकों के साथ 10वें स्थान पर रहा।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए टीम इंडिया को बधाई। घरेलू धरती पर 22 पदकों के रिकॉर्ड के साथ हमारे पैरा-एथलीट्स ने अपने जज्बे, हौसले और दृढ़ संकल्प से देश को प्रेरित किया है।"
उन्होंने कहा, "यह देश के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है। यह भारत में पैरा गेम्स के भविष्य के विकास की मजबूत नींव रखती है। मुझे उम्मीद है कि यह उपलब्धि खेलों में समावेशिता और उत्कृष्टता की दिशा में हमारे प्रयासों को और सशक्त बनाएगी।"