श्रीनगर, 15 सितंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (एनएच 44) की स्थिति और देश के अन्य हिस्सों से इसकी संपर्कहीनता को लेकर बातचीत की।
उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस वार्ता का जिक्र करते हुए फल उत्पादकों की परेशानियों को उजागर किया और बताया कि उनके धैर्य की सीमा अब खत्म हो चुकी है।
उन्होंने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "मैंने केंद्रीय मंत्री नितिन गटकरी से राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर हालात और इस महत्वपूर्ण मार्ग के माध्यम से बाकी देश से संपर्क के न होने के बारे में बात की। फल उत्पादकों की निराशा पूरी तरह से समझी जा सकती है। पहले कुछ दिनों तक उन्होंने बहुत धैर्य दिखाया, लेकिन अब उनके मेहनत के फल सड़ने लगे हैं क्योंकि नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड इस राजमार्ग को स्थिर करने में असमर्थ है। उनका धैर्य अब खत्म हो चुका है और यह पूरी तरह से समझने योग्य है।"
उमर अब्दुल्ला ने कहा, "केंद्रीय मंत्री ने इस मुद्दे को प्राथमिकता दी है और अगले 24 घंटों के भीतर इस समस्या का समाधान करने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए जाएंगे। प्रस्तावित कार्य योजना के बारे में कुछ भी कहने से पहले मैं इसके होने का इंतजार करूंगा।"
एनएच 44, जिसे जम्मू और कश्मीर और अन्य राज्यों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण लिंक माना जाता है, हाल के महीनों में मरम्मत और रखरखाव के कारण कई बार प्रभावित हुआ है। यह मार्ग न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि फल उत्पादकों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी फसलें समय पर देशभर में भेजी जाती हैं।
फल उत्पादकों ने बार-बार शिकायत की है कि राष्ट्रीय राजमार्ग की खराब हालत के कारण उनकी फसलें सड़ रही हैं, जिससे उनकी मेहनत पर पानी फिर रहा है।
उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय मंत्री से चर्चा के बाद इस बात का भरोसा दिलाया कि इस समस्या का समाधान जल्द निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटों में इसे लेकर कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
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