TSPC Militants Hazaribagh: हजारीबाग में उग्रवादियों ने माइनिंग कंपनी के दो वाहन फूंक डाले, अंधाधुंध गोलीबारी में युवक घायल

हजारीबाग में उग्रवादियों का हमला, बीजीआर कंपनी के वाहन जलाए, पर्चा छोड़ दी चेतावनी।
हजारीबाग में उग्रवादियों ने माइनिंग कंपनी के दो वाहन फूंक डाले, अंधाधुंध गोलीबारी में युवक घायल

हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग जिला अंतर्गत केरेडारी थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के उग्रवादियों ने बीजीआर माइनिंग कंपनी के दो वाहनों को फूंक डाला। हथियारबंद दस्ते ने अंधाधुंध फायरिंग भी की, जिसमें एक युवक जख्मी हो गया है।

रविवार रात अंजाम दी गई इस वारदात के बाद इलाके में दहशत है। बताया गया कि सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के केडी (खलारी-डकरा) प्रोजेक्ट में कोयला खनन का काम करने वाली बीजीआर माइनिंग कंपनी के वाहनों पर उग्रवादियों ने पगार-पांडू गांव के पास हमला किया गया। उग्रवादियों ने मौके पर एक पर्चा भी छोड़ा है, जिसमें एनटीपीसी, सीसीएल, एलएंडटी और डीओ होल्डर कंपनियों को चेतावनी दी गई है कि वे संगठन से संपर्क किए बिना किसी भी प्रकार का कार्य शुरू न करें, वरना इससे भी बड़ी वारदात अंजाम दी जाएगी।

पर्चा टीएसपीसी के सब-जोनल कमांडर कौशल के नाम से जारी किया गया है। टीएसपीसी ने पर्चे में कहा है कि संगठन आम जनता और आदिवासियों के हित में काम कर रहा है। इसमें सरकार पर आरोप लगाया गया है कि वह उग्रवाद के नाम पर निर्दोष ग्रामीणों और आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है। टीएसपीसी ने खुद को जनता का हितैषी बताया है और कहा है कि उनकी गतिविधियां शोषण के खिलाफ हैं। वारदात की सूचना मिलते ही पगार ओपी प्रभारी विक्की ठाकुर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटना के बाद इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

इस वारदात से केरेडारी और आसपास की खनन परियोजनाओं में काम करने वाले कर्मी दहशत में हैं। झारखंड में खनन परियोजनाओं और कन्स्ट्रक्शंस साइट पर उग्रवादियों-अपराधियों के हमले की घटनाएं लगातार हो रही हैं। मई के पहले हफ्ते में लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र अंतर्गत तुरीसत गांव में माओवादियों ने छह वाहनों और खुदाई में इस्तेमाल की जाने वाली दो मशीनों में आग लगा दी थी। एक हफ्ता पहले खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र में पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के उग्रवादियों ने सड़क निर्माण में लगे रोड रोलर सहित दो वाहनों में आग लगा दी थी। ऐसी घटनाओं के पीछे उग्रवादियों-अपराधियों का मकसद कंपनियों से रंगदारी के तौर पर मोटी रकम की वसूली करना होता है।

 

 

 

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