देहरादून, 14 जून (आईएएनएस)। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शनिवार को भव्य पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। ये ऐतिहासिक पल था क्योंकि परेड की सलामी इसी के पूर्व कैडेट और वर्तमान में श्रीलंकाई सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल लासांथा रोड्रिगो ने ली।
लेफ्टिनेंट जनरल रोड्रिगो बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
इस ऐतिहासिक अवसर पर 451 जेंटलमैन कैडेट पास आउट हुए, जिनमें से 419 भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त करेंगे, जबकि 32 कैडेट नौ मित्र देशों की सेनाओं का हिस्सा बनेंगे।
परेड का आयोजन अकादमी के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर किया गया। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
परेड के बाद पीपिंग और ओथ सेरेमनी आयोजित की गई, जिसमें 156वें रेगुलर कोर्स और 139वें टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के कैडेटों ने शपथ ली। यह समारोह युवा सैन्य अधिकारियों के लिए देश सेवा की दिशा में पहला कदम है।
आईएमए ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक देश और विदेश की सेनाओं को 66,000 से अधिक सैन्य अधिकारी दिए हैं। इनमें लगभग 3,000 अधिकारी मित्र देशों की सेनाओं के लिए तैयार किए गए हैं। आज की परेड के साथ यह गौरवशाली आंकड़ा और बढ़ गया। समारोह में कैडेटों ने अनुशासन, समर्पण और सैन्य कौशल का शानदार प्रदर्शन किया, जिसने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर लासांथा रोड्रिगो ने कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि आईएमए की कठिन ट्रेनिंग ने उन्हें न केवल एक सैनिक, बल्कि एक जिम्मेदार नेता बनाया है।
उन्होंने युवा अधिकारियों को देश सेवा में निष्ठा और साहस के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
यह पासिंग आउट परेड न केवल कैडेटों के लिए, बल्कि उनके परिवारों और आईएमए के लिए भी गर्व का क्षण है। यह आयोजन भारतीय सेना की गौरवशाली परंपरा और मित्र देशों के साथ सैन्य सहयोग को और मजबूत करता है।
--आईएएनएस
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