हैदराबाद: तेलंगाना सरकार ने सऊदी अरब में बस दुर्घटना में मारे गए उमराह तीर्थयात्रियों के बारे में 'असंवेदनशील टिप्पणी' करने के लिए तेलंगाना उर्दू अकादमी के निदेशक और तेलंगाना हज समिति के कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद सफीउल्लाह के खिलाफ कार्रवाई की है।
राज्य सरकार ने मंगलवार को उन्हें उनके मूल विभाग, तेलंगाना विद्युत उत्पादन निगम में वापस भेज दिया।
यह कार्रवाई उनकी टिप्पणी को लेकर विभिन्न वर्गों की मांगों के बाद की गई, जिससे विवाद पैदा हो गया था।
बस हादसे के पीड़ितों के रिश्तेदारों से असंवेदनशील तरीके से बात करते हुए अधिकारी का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ।
सफीउल्लाह की टिप्पणी पर पीड़ितों के परिवारों और विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बाद में उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी, लेकिन सरकार ने उन्हें उनके मूल विभाग में वापस भेज दिया। सफीउल्लाह, जो टीजी जेनको में उप सचिव (गैर-कैडर) हैं, उर्दू अकादमी के निदेशक और हज समिति के कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्यरत थे।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सचिव बी. शफीउल्लाह ने सफीउल्लाह के प्रत्यावर्तन के आदेश जारी किए।
वक्फ के सर्वेक्षण आयुक्त मोहम्मद असदुल्लाह को तेलंगाना हज समिति का प्रभारी कार्यकारी अधिकारी और तेलंगाना उर्दू अकादमी का निदेशक नियुक्त किया गया है।
हैदराबाद से उमराह कर रहे 45 तीर्थयात्रियों की रविवार देर रात पवित्र शहर मदीना के पास एक डीजल टैंकर से टकराने से मौत हो गई। एक तीर्थयात्री इस दुर्घटना में बच गया और उसका स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।
तेलंगाना सरकार ने कहा है कि मृतकों का अंतिम संस्कार धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार सऊदी अरब में किया जा सकता है।
राज्य सरकार ने प्रत्येक शोक संतप्त परिवार के दो सदस्यों को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सऊदी अरब भेजने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।
--आईएएनएस
