पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को राबड़ी आवास से 'वोटर अधिकार यात्रा' की शुरुआत की। यह यात्रा सुपौल, मधुबनी और दरभंगा में आयोजित की जाएगी। तेजस्वी ने कहा बिहार की जनता में महागठबंधन को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है।
तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए वोटर अधिकार यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "महागठबंधन के नेता राहुल गांधी के साथ मिलकर जनता के बीच जा रहे हैं और जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। जनता में महागठबंधन के प्रति भारी उत्साह है और लोगों का प्यार, आशीर्वाद और समर्थन मिल रहा है।"
तेजस्वी ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा, "हमारे वोटर अधिकार यात्रा से एनडीए नेताओं में बेचैनी साफ दिख रही है। हम पहले भी कह चुके हैं कि एनडीए का मतलब है 'नहीं देंगे अधिकार'। ये लोग लोकतंत्र और संविधान को खत्म करना चाहते हैं। बिहार, जो लोकतंत्र की जननी है, वहां ये लोग लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं। लेकिन हम ऐसा बिल्कुल नहीं होने देंगे। आगामी चुनाव में जनता इन्हें करारा जवाब देगी।"
राहुल गांधी द्वारा ऑर्डिनेंस फाड़ने के मुद्दे पर तेजस्वी ने कहा, "देश में तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है। गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसे ज्वलंत मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हो रही। किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। जानबूझकर ऐसे बिल लाए जा रहे हैं, जो लोगों को ब्लैकमेल करने और स्वार्थ सिद्ध करने के लिए हैं।"
उन्होंने बिहार में उद्योगों की कमी, शुगर मिलों के बंद होने और पलायन जैसे मुद्दों को उठाते हुए कहा कि एनडीए सरकार इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही। तेजस्वी ने प्रधानमंत्री से अपील की कि बिहार के विकास के बिना देश का विकास असंभव है। उन्होंने कहा, "11 साल केंद्र में और 20 साल बिहार में एनडीए की सरकार रही, फिर भी बिहार की स्थिति जस की तस है। इसके लिए एनडीए ही जिम्मेदार है।"
भाजपा के यूथ कॉन्क्लेव पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा, "शिक्षा मंत्री को यह बताना चाहिए कि पटना को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा क्यों नहीं मिला।"