चेन्नई: क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) की घोषणा के अनुसार, सोमवार को बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इससे कई क्षेत्रों में मौसम में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है।
आरएमसी ने एक बयान में कहा कि तमिलनाडु और पुडुचेरी में अगले सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान राज्य के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान में सामान्य से 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी जा सकती है।
चेन्नई और उसके उपनगरीय इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।
शहर में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
आरएमसी की चेतावनी के अनुसार, पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर, साथ ही पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व अरब सागर में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
गुजरात और उत्तरी कोंकण तटों पर हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है, जो तटीय गतिविधियों, जैसे मछली पकड़ने और नौकायन, के लिए खतरा पैदा कर सकती है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है।
दक्षिणी तमिलनाडु तटीय क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, और कुमारी सागर क्षेत्र में तूफानी मौसम की स्थिति की संभावना है।
मौसम विशेषज्ञों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव प्रणाली का बनना इस मौसम के लिए सामान्य है और मौजूदा वायुमंडलीय परिस्थितियों के आधार पर यह और भी तीव्र हो सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि तमिलनाडु में व्यापक रूप से भारी वर्षा की तत्काल संभावना नहीं है, लेकिन उच्च आर्द्रता के स्तर के साथ छिटपुट वर्षा इस सप्ताह के मौसम पर हावी रहेगी।
आरएमसी ने जनता और अधिकारियों से स्थानीय मौसम के मिजाज में अचानक बदलाव के प्रति सतर्क रहने का भी आग्रह किया, खासकर तटीय जिलों में जहां हवा और लहरों की गतिविधि बिना किसी पूर्व सूचना के बढ़ सकती है।
तमिलनाडु में इस मानसून सीजन में मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। राज्य में तीव्र गर्मी के साथ-साथ अचानक बारिश की स्थिति बनी हुई है, जो मौसम की संवेदनशीलता को दर्शाता है। विभाग ने आश्वासन दिया है कि जैसे-जैसे यह प्रणाली विकसित होगी, नियमित अपडेट जारी किए जाएंगे।