लखनऊ: सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने नीतीश कुमार के दसवीं बार सीएम बनने पर कहा कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना लागू की गई थी और उसमें हर महिला को दस हजार दिए गए थे। यह योजना किसी भी हाल में बंद नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने जनता से जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा में आधे से अधिक विधायक अपराधी हैं। हमने कई बार मांग की है कि यूपी के टॉप 20 अपराधियों की लिस्ट जारी की जाए। अगर भाजपा सरकार में हिम्मत है तो यह लिस्ट जारी कर दे। भाजपा सरकार की लापरवाही के कारण हरदोई में दो दर्जन से अधिक बच्चे घायल हो गए हैं। लखनऊ में उनका इलाज चल रहा है। इस घटना की न्यायिक जांच हो और दोषियों के प्रति कड़ी कार्रवाई की जाए।
सपा विधायक ने कहा कि भारत की सेना बहादुर है। एक दिन में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, लेकिन इसके बाद अमेरिका ने युद्धविराम का ऐलान कर दिया। केंद्र की सरकार कमजोर है। अगर देश की सेना को खुली छूट मिली होती तो पाकिस्तान के हर शहर में तिरंगा लहरा रहा होता।
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने के अबू आजमी के ऐलान पर रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव हुआ, लेकिन महागठबंधन ने सपा को एक भी सीट नहीं दी। इसके बाद भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 26 रैलियां की और 20 से अधिक स्टार प्रचार बनाए। महाराष्ट्र में बीएमसी और नगर निकाय के चुनाव होने वाले हैं। अगर महागठबंधन पर्याप्त सीट नहीं देता तो हम अकेले ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीएमसी, नगर निकाय चुनाव या जिला पंचायत चुनाव के लिए गठबंधन नहीं हुआ है। गठबंधन विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस ने सपा को एक भी सीट नहीं दी, लेकिन पूरा प्रदेश भाजपा को दे दिया।
रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है। बिना विपक्षी नेताओं की मीटिंग के एसआईआर लागू किया गया। पूरा देश और विपक्षी पार्टियां मांग कर रही थीं कि चुनाव बैलेट पेपर से हो, लेकिन चुनाव ईवीएम से कराए जा रहे हैं। अमेरिका में भी ईवीएम से चुनाव नहीं होते। एसआईआर को लेकर कई प्रदेशों में आंदोलन चल रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव से पहले जनता कह रही थी कि भाजपा ने चुनाव आयोग से मिलकर वोट चोरी की है, लेकिन बिहार में अब लोग कह रहे हैं कि भाजपा ने डाका डाला है। चुनाव आयोग भाजपा के विंग की तरह काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी में किसी भी नेता या विधायक को कोई सम्मान नहीं मिलता है। जब विधायकों या उनकी सरकार के समय मंत्रियों की बैठक होती थी तो सिर्फ एक कुर्सी मायावती के लिए लगती थी। बाकी सभी नीचे बैठते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पैसे के टिकट नहीं दिए जाते थे। ऐसे में उनका जनाधार खत्म हो गया और अब वह वापस लौटने वाला नहीं है। वह भाजपा की बी टीम के तौर पर काम कर रही है। उन्होंने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर भी सवाल उठाए।
--आईएएनएस
