नई दिल्ली: भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कथित मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस की आलोचना की, कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध हटाने से इनकार करने और टीएमसी नेता असीमा पात्रा की धमकियों की निंदा की।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले 100 वर्षों से आरएसएस के खिलाफ हर तरह की साजिश रची है। एक तरफ, उन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की, जो एक राष्ट्रवादी संगठन है, जबकि अदालतों ने कहा कि इस तरह के प्रतिबंध नहीं लगाए जाने चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ, उन्होंने पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) को क्लीन शीट दी। इससे पता चलता है कि वे राष्ट्रवादी तत्वों के साथ नहीं, बल्कि टुकड़े-टुकड़े तत्वों के साथ खड़े होना चाहते हैं।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आज कांग्रेस ने खुले तौर पर बता दिया कि वे आईएनसी (इंडियन नेशनल कांग्रेस) नहीं, जेएनसी यानी जिन्ना नेशनल कांग्रेस हैं।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी कहते हैं कि कांग्रेस मतलब मुस्लिम और मुस्लिम मतलब कांग्रेस है। कांग्रेस के लिए वोट बैंक, मुस्लिम और शरिया प्रथम हैं। उनके लिए देश, संविधान और पिछड़ा वर्ग प्रथम नहीं हैं। राहुल गांधी ने एक बार कहा था कि हम मुस्लिम पार्टी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुस्लिमों का होना चाहिए, इसलिए बाबा साहब के खिलाफ जाकर मुस्लिम आरक्षण की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि वे यूसीसी का विरोध करते हैं। मजहब के नाम पर घुसपैठियों का बचाव करते हैं। ये लोग संविधान को नहीं, वोट बैंक को ऊपर रखते हैं। इनको हिंदुस्तान और हिंदुओं का अपमान करना है।
पश्चिम बंगाल में एसआईआर के विवाद को लेकर शहजाद पूनावाला ने कहा कि टीएमसी नेताओं ने चुनाव आयोग के हाथ पांव तोड़ने और भाजपा नेता को आग लगाने की बात कही है। दरअसल, यह एसआईआर का विरोध नहीं है, यह एक तरह की अराजकता है। ये लोग घुसपैठियों के हितैषी हैं और अब उनको डर है कि बाहर से आए लोग वोटर लिस्ट से कहीं हटा न दिए जाएं।
--आईएएनएस
