Shehzad Poonawalla Statement: शशि थरूर के भाई-भतीजावाद वाले आर्टिकल को शहजाद पूनावाला ने बताया साहसिक कार्य

शहजाद पूनावाला ने कहा, थरूर ने राजनीति के वंशवाद पर उठाई साहसिक आवाज।
शशि थरूर के भाई-भतीजावाद वाले आर्टिकल को शहजाद पूनावाला ने बताया साहसिक कार्य

नई दिल्ली:  भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने शशि थरूर के भाई-भतीजावाद वाले लेख पर प्रतिक्रिया दी है।

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आज मैंने शशि थरूर का एक लेख पढ़ा, जिसमें उन्होंने विस्तार से बताया है कि कैसे भारतीय राजनीति तेजी से एक पारिवारिक व्यवसाय बनती जा रही है।

उन्होंने अपने लेख की शुरुआत कांग्रेस के प्रथम परिवार का जिक्र करके की है, जिसने कई मायनों में इस विचार को वैधता प्रदान की है कि राजनीतिक पद और सत्ता जन्मसिद्ध अधिकार हैं। इस तरह की बेबाकी, कांग्रेस के भाई-भतीजावाद और नामदारों के खिलाफ बोलना शशि थरूर का एक साहसी कार्य है।

उन्हें याद होगा कि 7-8 साल पहले मैंने भी इसी तरह के मुद्दे उठाए थे और हम सभी जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ था। मुझे पूरी उम्मीद है कि शशि थरूर के साथ भी ऐसा ही व्यवहार न हो।

बता दें कि केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। कई बार उनके बयान खुद उनकी पार्टी कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर देते हैं। ताजा मामला उनके वंशवाद को लेकर लिखे एक आर्टिकल से जुड़ा है। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के बीच उन्होंने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने इस विचार को पुख्ता किया है कि राजनीति नेतृत्व जन्मसिद्ध अधिकार हो सकता है।

इससे पहले भाजपा नेता ने गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चुनाव आयोग की घोषणा पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि देश में चुनाव कराना चुनाव आयोग का संवैधानिक कर्तव्य और अधिकार है और चुनाव से पहले मतदाता सूची की अखंडता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है, इसलिए हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं।

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस और महागठबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह गठबंधन संविधान की बात तो करता है, लेकिन असल में इसका एजेंडा सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक की राजनीति पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की जुबान पर संविधान की दुहाई दी जाती है, पर दिल में वोट बैंक का एजेंडा चलता है और इसके ढेरों सबूत मौजूद हैं।

 

 

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