शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' बनाम 'आई लव महादेव' का बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। बरेली के बाद अब शाहजहांपुर में हिंसा फैलाने का प्रयास किया गया, लेकिन समय रहते प्रशासन की तरफ से सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश नाकाम कर दी गई। हिंदू संगठनों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
शाहजहांपुर जिले के रामचंद्र मिशन थाना क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश का मामला सामने आया है, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया है।
बताया जा रहा है कि यह कार्यक्रम प्रशासनिक अनुमति के बिना आयोजित किया गया था और इसमें 'आई लव मोहम्मद' का एक पोस्टर लगाया गया, जिसके बाद इसकी सूचना पूरे इलाके में फैल गई।
पोस्टर की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों में रोष फैल गया। बजरंग दल के कार्यकर्ता तुरंत मौके पर पहुंचे और कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मामले की सूचना मिलने पर पुलिस के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। हालांकि, स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों ने पुलिस पर कार्रवाई करने के बजाय मामले को दबाने का आरोप भी लगाया है।
हिंदू संगठनों ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया कि एक युवक ने जब पूरे कार्यक्रम का वीडियो बनाने की कोशिश की, तो पुलिसकर्मियों ने जबरन उसका मोबाइल छीनकर वीडियो डिलीट कर दिया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस प्रशासन आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय मामले को रफा-दफा करने में जुटी है। इस बीच, पुलिस अधिकारी इस पूरे प्रकरण पर मीडिया से लगातार दूरी बनाए हुए हैं और कोई भी आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं।
इस घटना के चलते पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। हिंदू संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की हरकतें दोबारा न हों। क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।