नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की रैली को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए भाजपा ने सरकारी कर्मचारियों को जबरन बुलाया।
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "प्रधानमंत्री की आज दिल्ली में एक रैली थी। उनकी रैली को लेकर लक्ष्य रखा गया कि बहुत सारे लोग प्रधानमंत्री की रैली में आएंगे। हालांकि, दिल्ली की जनता उनकी रैली में जाने को तैयार नहीं है, इसलिए सरकारी कर्मचारियों को जबरदस्ती पीएम मोदी की रैली में लेकर जाया गया। पीएम मोदी की रैली में दिल्ली की जनता नहीं जा रही, तो उसके बाद एमसीडी के सफाईकर्मियों समेत तमाम विभागों के कर्मचारियों को धमकी देकर इस रैली में भेजा गया।"
सौरभ भारद्वाज ने कहा, "जन्माष्टमी के अगले दिन, जब लोग पूजा-पाठ और आराम के लिए समय चाहते थे, तब भी कर्मचारियों को सुबह 7 बजे मालवीय नगर के बाबा का ढाबा पर हाजिरी के लिए बुलाया गया। सफाई कर्मचारी रात 1-2 बजे सोए, लेकिन सुबह 7 बजे उनकी अटेंडेंस ली गई और डरा-धमकाकर रैली में ले जाया गया। आप के पार्षदों ने कई जगहों पर जाकर देखा कि गरीब कर्मचारियों को जबरन बुलाया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "दिल्ली में भाजपा की सरकार को छह महीने हो गए, लेकिन मैं पूछता हूं कि इतने समय के बाद ऐसा क्या हो गया कि उनके (भाजपा) पास प्रधानमंत्री की रैली में ले जाने के लिए लोग और कार्यकर्ता तक नहीं बचे हैं। जिस रैली की तैयारी का जायजा लेने के लिए खुद मुख्यमंत्री कल वहां गई थीं। इसके बावजूद भाजपा के पास आज रैली स्थल पर पास ले जाने के लिए लोग तक नहीं बचे।"
भारद्वाज ने कहा, "भाजपा की चार इंजन की सरकार के लिए यह बहुत शर्म की बात है कि प्रधानमंत्री की रैली के लिए कर्मचारियों को जबरदस्ती ले जाया जा रहा है। इसके लिए एमसीडी ने जन्माष्टमी की छुट्टी वाले दिन प्रधानमंत्री की रैली में जाने के लिए आदेश जारी किया। सफाई कर्मचारियों को मौखिक आदेश दिए गए। यही तो भाजपा सरकार की तानाशाही है।"
भारद्वाज ने भाजपा पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "दिल्ली की जनता छह महीने पहले भी उनके साथ नहीं थी और अब भी नहीं है। भाजपा ने वोट चोरी करके दिल्ली का चुनाव जीता है। दिल्ली की जनता कभी भी भाजपा के साथ नहीं थी। इन्होंने वोट चोरी करके चुनाव जीता था। इन्होंने असली लोगों के वोट काटे और नकली वोट बनाए। इन्होंने जनता को पैसे, चैन, साड़ी, जूते और कंबल बांटे। इन्होंने हजारों वोट काटे और फर्जी वोट जोड़कर चुनाव जीता।"
उन्होंने कहा, "दिल्ली में भाजपा ने सरकार बनाते ही प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ा दी। साथ ही गरीबों की झुग्गियों पर बुलडोजर चलाए और हाल की बारिश में 30 लोगों की मौत हुई। लोग अब भाजपा की रैली में नहीं, बल्कि आवारा कुत्तों की सुरक्षा के लिए इकट्ठा होने को तैयार हैं।"