नई दिल्ली: ग्यारह दिनों तक चला सरस फूड फेस्टिवल मंगलवार को समाप्त हो गया। इस दौरान लोगों ने देश भर के व्यंजनों का स्वाद लिया। सरस फूड फेस्टिवल में तीन सौ से अधिक लखपति दीदियों ने भाग लिया।
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित सुंदर नर्सरी में आयोजित सरस आजीविका फूड फेस्टिवल 2025 में लखपति दीदियों के हाथों से बने विभिन्न व्यंजनों का स्वाद लिया।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरस फूड फेस्टिवल भारतीय संस्कृति के विविध रंगों और महिला सशक्तीकरण का ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता का भी जीवंत उदाहरण है। यहां पर आकर लोगों ने पूरे देश के विभिन्न स्वादों को चखा है, जिससे यहां आने वाले भी खुश थे और यहां आई महिला उद्यमी दीदियां भी खुश थीं।
उन्होंने कहा कि भारत अनेक भाषाओं, वेश-भूषाओं और खानपान की विविधताओं के बावजूद एक राष्ट्र के रूप में एकजुट है, और यह फूड फेस्टिवल उसी सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है।
शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि अभी हमारे देश में अब तक दो करोड़ से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। हमारा लक्ष्य यह संख्या तीन करोड़ तक पहुंचाने का है और आशा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के इस अभियान को तेजी से आगे बढ़ाते हुए हम जल्द ही अन्य लखपति दीदियां भी बनाएंगे।
राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान व कुटुंब श्री के सहयोग से 11 दिन चले सरस आजीविका फूड फेस्टिवल 2025 में देश भर की स्वयं सहायता समूहों की लखपति दीदियों ने अपने-अपने राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ 62 स्टॉल लगाए थे, जिनमें से 50 लाइव फूड स्टॉल और 12 प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के स्टॉल थे।
--आईएएनएस
