सरकार की व्यवस्था से गदगद कांवड़ यात्री, बोले, कोई दिक्कत नहीं हुई

नई दिल्ली, 16 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार की तरफ से कांवड यात्रा के दौरान कांवड़ यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए कई तरह के प्रयास किए गए हैं। जगह-जगह कैंप स्थापित किए गए हैं, जहां पर कांवड़ यात्रियों के लिए हर प्रकार की सुविधाएं हैं। इसी बीच, कई कांवड़ यात्रियों ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पर खुशी जाहिर की है।

कांवड़ यात्रियों का कहना है कि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही है। सरकार ने उनकी सुविधा के लिए कई तरह की व्यवस्थाएं कीं हैं। जिनका उन्हें लाभ मिल रहा है।

कांवड़ यात्री लक्ष्मण ने बताया कि वो 10 तारीख को हरिद्वार से चले थे। लेकिन, हमें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आई थी। रास्ते में प्रशासन की तरफ से कई प्रकार की व्यवस्था की गई हैं, जिनका लाभ उन्हें सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है। दिल्ली में कांवड़ शिविर की व्यवस्था थी, जहां मैं रूका था। वहां मुझे किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। प्रशासन की तरफ से अच्छी व्यवस्था थी। हम प्रशासन की व्यवस्था से पूरी तरह से खुशी हैं। हमें कोई शिकायत नहीं है।

एक अन्य कांवड़ यात्री आशा ने भी प्रशासन की व्यवस्था पर खुशी जाहिर की और कहा कि हमें इतनी दूर से कांवड़ लेकर आ रहे हैं। प्रशासन की तरफ से व्यवस्था अच्छी रही। हमें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई है। हमारी यात्रा अच्छी है। हम बहुत खुश हैं। हम कांवड़ लेकर आ रहे हैं, हमें बहुत अच्छा लग रहा है। हम अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं।

कांवड़ यात्री तिलक राज ने बताया कि हम नौ तारीख को हरिद्वार से कांवड़ लेकर निकले। अब हमें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। रास्ते में हमारी सुविधा के लिए हर तरह की व्यवस्था थी। प्रशासन की तरफ अच्छी सुविधा रही। सभी ने हमारा पूरा सहयोग किया।

कांवड़ यात्री नीरज कुमार ने भी प्रशासन की व्यवस्था पर खुशी जाहिर की। हमें कोई दिक्कत नहीं हुई। हमारी यात्री अच्छी रही। हम बहुत खुश हैं।

बता दें कि दिल्ली सरकार ने कांवड़ यात्रा 2025 के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की हैं। 374 शिविरों में भोजन, पानी, विश्राम और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। 17 भव्य स्वागत द्वार बनाए गए हैं और फूलों की वर्षा की जा रही है। 10,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी, ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी हो रही है। 13 समर्पित मार्गों पर यातायात प्रबंधन और वैकल्पिक रास्ते बनाए गए हैं। स्वच्छ शौचालय, पेयजल और मेडिकल कैंप स्थापित हैं। महिलाओं के लिए विशेष हेल्प डेस्क और क्यूआर कोड सुविधा शुरू की गई है।

--आईएएनएस

एसएचके/जीकेटी

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