Rohini Acharya Statement : बेटियों को कितने घंटे और कितने दिन मायके में रहना चाहिए: रोहिणी आचार्य

रोहिणी आचार्य ने आलोचकों को किडनी दान पर खुली बहस की चुनौती दी
बेटियों को कितने घंटे और कितने दिन मायके में रहना चाहिए: रोहिणी आचार्य

पटना: बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की करारी हार के बाद से पार्टी सुप्रीमो लालू यादव का पारिवारिक विवाद जारी है। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार और पार्टी दोनों से नाता तोड़ दिया था। इसके बाद वह लालू परिवार के साथ-साथ अन्य लोगों पर हमलावर हैं। रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक नया वीडियो शेयर किया है।

वीडियो में रोहिणी आचार्य बिहार के किसी पत्रकार से 5 मिनट 44 सेकंड तक फोन पर बातचीत कर रही हैं। हालांकि वीडियो में उनका गला बैठा हुआ है। बातचीत के दौरान रोहिणी पत्रकार पर काफी गुस्सा होते हुए भी नजर आईं। रोहिणी ने पत्रकार से सवाल करते हुए कहा, "बेटियों को कितने घंटे और कितने दिन मायके में रहना चाहिए, इसका हिसाब बताइए।"

उन्होंने कहा कि जो मुझे गाली देते नहीं थकते, एक बोतल खून देने के नाम पर जिनका खून सूख जाता है, वो किडनी देने पर उपदेश देते हैं?

रोहिणी आचार्य ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''जो लोग लालू जी के नाम पर कुछ करना चाहते हैं, तो ऐसे लोगों को झूठी हमदर्दी जताना छोड़कर हॉस्पिटल्स में अपनी अंतिम सांसें गिन रहे उन लाखों, करोड़ों गरीब लोगों, जिन्हें किडनी की जरूरत है, को अपनी किडनी देने के लिए आगे आना चाहिए और लालू जी के नाम पर अपनी किडनी दान करनी चाहिए। पिता को किडनी देने वाली शादीशुदा बेटी को गलत बताने वाले लोग हिम्मत जुटाकर उस बेटी से खुले मंच पर खुली बहस करें।''

उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, ''जरूरतमंदों को किडनी देने के महादान की शुरुआत पहले वो करें जो बेटी की किडनी को गंदा बताते हैं, फिर हरियाणवी महापुरुष करें, चाटुकार पत्रकार करें और ट्रोलर्स करें जो मुझे गाली देते नहीं थकते, एक बोतल खून देने के नाम पर जिनका खून सूख जाता है, वो किडनी देने पर उपदेश देते हैं?''

गौरतलब है कि रोहिणी आचार्य ने पिता लालू प्रसाद यादव को किडनी डोनेट की थी।

--आईएएनएस

 

 

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