नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने मंगलवार को भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि राजद ‘समाजवादी’ नहीं, बल्कि ‘नमाजवादी’ पार्टी है।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि इस देश में मंदिर में पूजा करने वालों से लेकर मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले और चर्च में जाने वाले सभी संप्रदाय के लोगों को रहने का अधिकार है। इसके अलावा, जो लोग इन तीनों में से किसी को भी नहीं मानते हैं, उन्हें भी इस देश में रहने का अधिकार है। किसी को इससे आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
मनोज झा ने बिहार विधानसभा चुनाव पर कहा कि अब राजनीतिक मुद्दों की नहीं, बल्कि जनसरोकार से जुड़े मुद्दों की बात होगी। अब बिहार में बात होगी कि कैसे लोगों को आगे बढ़ाया जाए। अब बिहार में बात होगी कि कैसे समाज में मौजूद हर व्यक्ति की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। अब हम बिहार में यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी के भी हितों पर कोई आघात नहीं हो।
मनोज झा ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वक्फ संशोधन कानून का विरोध तमाम मुस्लिम समुदाय के संगठनों ने मिलकर किया था, जिसमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा ए हिंद शामिल हैं। हमने तो इस मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। यहां तक कि न्यायालय ने भी सरकार से सवाल पूछा है। भाजपा के लोग नफरत से भरे हैं।
उन्होंने निशिकांत दुबे के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि मैं उनके बारे में क्या ही टिप्पणी करूं। उनके मन में जो आता है, वही बोलते हैं। उन्होंने निशिकांत दुबे को हिदायत देते हुए कहा कि आप अपने संसदीय क्षेत्र गोड्डा की चिंता कीजिए।