राजौरी:जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद सेना और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। पिछले महीने आतंकवादियों के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सीमा पर ये सबसे ताजा संदिग्ध गतिविधि है। शुरुआती इनपुट के अनुसार, आतंकवादी घुसपैठ या हरकत की संभावना जताई जा रही है।
फिलहाल पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और सेना किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए सतर्कता बरत रही है। राजौरी में एलओसी के पास सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा इलाके को घेरते हुए सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
राजौरी जिले के एक सुदूर इलाके में एक आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ हुआ। तलाशी अभियान के दौरान 61 राष्ट्रीय राइफल्स ने राजौरी के बाराचार्ड में एक छिपे हुए ठिकाने से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की। 10 यूबीजीएल ग्रेनेड, 50 ड्यूरासेल बैटरियां, 10 टॉर्च बैटरियां और तिरपाल, कंबल और दवाइयों जैसे जरूरी सामान तलाशी में मिले थे।
इलाके में आतंकवादी गतिविधियों की आशंका जताई गई थी, जिसके बाद वहां सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया। संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान आतंकी ठिकाने का पता चला।
जम्मू कश्मीर में पहलगाम हमले के बाद इस तरह की गतिविधियां परेशान करने वाली हैं। 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पहलगाम में निर्दोष लोगों को निशाना बनाया था। 26 निहत्थे लोग हमले में मारे गए। इस आतंकी घटना ने सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ाया। हालांकि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकवादियों और पाकिस्तान को जवाब दिया। पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए गए थे।
आतंकवादियों पर भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी हमले किए थे। जवाबी कार्रवाई में भारत ने सीमापार से आए ड्रोन और मिसाइल को अपने एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से आसमान में भी नष्ट कर दिया। पाकिस्तान के घुटने टेकने के बाद भारत सीमा पर सीजफायर के लिए सहमत हुआ।