नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से आगामी जनगणना में जातिगत गणना को शामिल करने के फैसले पर स्पष्ट समयसीमा बताने की मांग की है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने भले ही इस दिशा में घोषणा की हो, लेकिन इसके क्रियान्वयन को लेकर अब भी संशय बरकरार है। राहुल गांधी ने चेताया कि कहीं यह फैसला भी महिला आरक्षण विधेयक की तरह ठंडे बस्ते में न चला जाए।
पिछले दिनों राहुल गांधी ने अपने एक बयान में कहा, कि सरकार ने जातिगत गणना को लेकर 11 साल तक विरोध किया। अब अचानक यह फैसला लिया गया है, जो स्वागत योग्य है। लेकिन सवाल यह है कि इसे लागू कब किया जाएगा? सरकार को इसकी स्पष्ट समयसीमा घोषित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लगातार अभियान और दबाव का ही नतीजा है कि सरकार को इस मुद्दे पर झुकना पड़ा। लेकिन अब यह जरूरी है कि कागजों से निकलकर यह कदम ज़मीनी हकीकत में बदले।
यहां बताते चलें कि कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की आज शुक्रवार शाम बैठक होने जा रही है, जिसमें दो प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होगी। इनमें पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर सख्त कार्रवाई की मांग और दूसरा मुद्दा जातिगत जनगणना के लिए समयसीमा और धनराशि आवंटन है।