नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार ने 11 साल में न जवाबदेही, न बदलाव, सिर्फ अपना प्रचार किया। सरकार 2025 पर बात करना छोड़कर, अब 2047 के सपने को बेच रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के 11 साल होने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर निशाना साधा और लिखा, ''जब मोदी सरकार 11 साल की 'सेवा' का जश्न मना रही है, तब देश की हकीकत मुंबई से आ रही दर्दनाक खबर में दिखती है- ट्रेन से गिरकर कई लोगों की मौत। भारतीय रेल करोड़ों की ज़िंदगी की रीढ़ है, लेकिन आज असुरक्षा, भीड़ और अव्यवस्था की प्रतीक बन चुकी है।''
उन्होंने आगे एक्स पोस्ट में लिखा, ''मोदी सरकार के 11 साल - न जवाबदेही, न बदलाव, सिर्फ़ प्रचार। सरकार 2025 पर बात करना छोड़, अब 2047 के सपने बेच रही है। देश आज क्या झेल रहा है, ये कौन देखेगा? मैं मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।''
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल को लेकर हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने भारतीय लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गहरा आघात पहुंचाया है। भाजपा-आरएसएस ने हर संवैधानिक संस्था को कमज़ोर कर, उनकी स्वायत्तता पर कड़ा प्रहार किया। चाहे वो जनमत चुराकर पिछले दरवाजे से सरकारें गिराना हो या एक-दलीय तानाशाही शासन जबरन लागू करना हो। इस दौरान, राज्यों के हकों की अनदेखी हुई है और संघीय ढांचे कमजोर हुए। समाज में नफरत, धमकी और डर का वातावरण फैलाने की कोशिश लगातार जारी है। दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक व कमज़ोर वर्गों का शोषण लगातार बढ़ा है। इनके आरक्षण व बराबरी के अधिकार से वंचित रखने की साजिश जारी है। मणिपुर की ना थमने वाली हिंसा भाजपा की प्रशासनिक विफलता का सबसे बड़ा सबूत है।''
उन्होंने आगे लिखा, ''भाजपा-आरएसएस ने देश के जीडीपी विकास दर को 5-6 प्रतिशत की आदत डाल दी, जो यूपीए के दौरान 8 प्रतिशत औसतन हुआ करता था। सालाना 2 करोड़ नौकरियों का वादा के बजाय युवाओं से करोड़ों नौकरियां छीनी। महंगाई से जनता की बचत 50 सालों में सबसे कम और आर्थिक असमानता 100 सालों में सबसे अधिक कर दी। नोटबंदी, गलत जीएसटी, अनियोजित लॉकडाउन और असंगठित क्षेत्र पर हथौड़ा चलाकर करोड़ों का भविष्य बर्बाद किया। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, नमामि गंगे, 100 स्मार्ट सिटी सब फेल हुए। रेलवे का बंटाधार किया। केवल कांग्रेस-यूपीए के बनाए गए इंफ्रा के फ़ीते काटे। पिछले 11 वर्ष, मोदी सरकार ने संविधान के हर पन्ने पर तानाशाही की स्याही रगड़ने में गंवाए हैं।''
--आईएएनएस
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