चंडीगढ़: पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने पटियाला-अंबाला हाईवे पर शंभू गांव के पास एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो मोस्ट वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी एक सनसनीखेज अपराध को अंजाम देने की तैयारी में थे।
पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस कार्रवाई की जानकारी दी। पोस्ट में उन्होंने लिखा, "एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) पंजाब ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, शंभू गांव के पास पटियाला-अंबाला हाईवे से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो मोस्ट वांटेड गुर्गों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हत्या करने के बाद वे नेपाल भाग गए थे और पंजाब में एक सनसनीखेज अपराध करने के लिए विदेशी आकाओं के निर्देश पर वापस लौटे थे।"
डीजीपी ने पोस्ट में आगे बताया कि दोनों आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास है और उनके खिलाफ पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और गुजरात में विभिन्न आपराधिक कानूनों सहित 15 से अधिक जघन्य अपराध के मामले दर्ज हैं। वे हाल ही में फाजिल्का में भारत रतन उर्फ विक्की की हत्या में भी वांछित थे। इसके पास से 1 ग्लॉक 9 एमएम पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। इस संबंध में एसएएस नगर स्थित स्टेट क्राइम पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
डीजीपी ने आगे कहा कि पंजाब पुलिस संगठित अपराध नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले, जालंधर पुलिस ने नशा और हथियार तस्करी के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तस्करों के पास से कुल 1.5 किलोग्राम हेरोइन और सात अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई तस्करी में लिप्त गैंग के खिलाफ एक बड़ा झटका मानी जा रही है, जिससे क्षेत्र में मादक पदार्थों का वितरण और अवैध हथियारों का प्रसार दोनों पर रोक लगाने में मदद मिली है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बुधवार इस कार्रवाई की जानकारी दी थी।