चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। अकील अख्तर के दाएं हाथ की कोहनी से करीब 7 सेंटीमीटर नीचे सिरिंज का निशान मिला। पोस्टमार्टम की आंतरिक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
अकील अख्तर की शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ था कि वह ड्रग्स का आदी था, लेकिन वह किस तरह का ड्रग लेता था और क्या ये ड्रग इंजेक्शन के माध्यम से लिया जाता था, इस पर कुछ भी नहीं कहा गया था। हालांकि, अब अकील के बाजुओं पर सीरिंज लगाने के कई निशान मिले हैं, कि आमतौर पर किसी भी ड्रग एडिक्ट व्यक्ति के बाजुओं पर दिखाई देते हैं।
पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने एसीपी विक्रम नेहरा की अगवाई में जांच शुरू कर दी है।
अकील अख्तर की मौत 16 अक्टूबर की देर रात पंचकूला के एमडीसी स्थित आवास पर हुई थी। परिवार ने शुरू में इसे दवाइयों की ओवरडोज के कारण हुई मौत बताया था।
इसी क्रम में 21 अक्टूबर को पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी तथा पंजाब की पूर्व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना पर उनके बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी।
अकील अख्तर का 27 अगस्त को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने अपने पिता और पत्नी के बीच अवैध संबंध का जिक्र करते हुए परिवार के लोगों पर उनकी हत्या की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया था। इस वीडियो में उन्होंने अपनी मां रजिया सुल्ताना और बहन पर भी गंभीर आरोप लगाए थे।
इस वीडियो और आरोपों के आधार पर मलेरकोटला में रहने वाले उनके पड़ोसी शमसुद्दीन चौधरी ने पंचकूला के पुलिस कमिश्नर को शिकायत सौंपी थी। इसी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पंचकूला के माता मनसा देवी थाना पुलिस ने पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, पुत्रवधू और बेटी सहित चार लोगों के खिलाफ 103 (1), 61 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा के बेटे 35 वर्षीय अकील अख्तर को 16 अक्टूबर की रात करीब साढ़े 9 बजे अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।