पुणे: पुणे हवाई अड्डे से यात्रा कर रहे एक व्यक्ति के सामान से ढाई लाख रुपये चोरी हो गए। ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। एयरलाइंस कंपनियां लोगों से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को कहकर जिम्मेदारी से बच रही हैं। हवाई अड्डा प्रशासन इस तरह की बात को गंभीरता से नहीं लेता। ऐसे में सवाल यह उठ खड़ा हुआ है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है? यात्री किससे मुआवजा मांगें? दरअसल कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं और हवाईअड्डा प्रशासन से इस पर ध्यान देने की मांग की जा रही है। पहले भी सामान चोरी होने के मामले सामने आए हैं, लेकिन अभी तक उनकी जांच नहीं हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्पाइट जेट विमान से दुबई से पुणे आ रहे एक व्यापारी के सामान से पुणे हवाई अड्डे पर 1.5 लाख रुपये की नकदी चोरी होने का मामला सामने आया है।
इस मामले में एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है। सुयोग बालकृष्ण सपकाल (45, निवासी पिंपरी) ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। सपकाल एक पर्यटन पेशेवर हैं। उन्होंने इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा, मैं 28 अप्रैल को काम के सिलसिले में दुबई गया था। काम खत्म करने के बाद मैं गुरुवार आधी रात को स्पाइट जेट की उड़ान से पुणे के लिए रवाना हुआ। उस समय मैंने अपना बंद बैग एयरलाइन स्टाफ को सौंप दिया। इसमें डेढ़ लाख रुपए नकद थे। हम सुबह 4.15 बजे पुणे हवाई अड्डे पर उतरे। इमिग्रेशन से गुजरने के बाद मैं अपना सामान लेने गया। जब मैंने बैग उठाया तो पाया कि उसका ताला टूटा हुआ था। मैंने आव्रजन अधिकारियों को इसके बारे में बताया। उस समय उन्होंने स्पाइसजेट के अधिकारियों से इसकी सूचना देने को कहा। जब दो कर्मचारी आये तो उन्हें सारी बात बतायी गयी और कर्मचारियों का निरीक्षण करने को कहा गया लेकिन उन्होंने सुझाव दिया कि आप पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।
एयरलाइन स्टाफ से कोई सहयोग न मिलने पर सपकाल ने 100 नंबर पर कॉल किया। तदनुसार, दो पुलिसकर्मी हवाई अड्डे के टर्मिनल के बाहर आये। वहीं से उन्होंने सपकाल को बुलाना शुरू कर दिया। सपकाल ने उन्हें अंदर आने को कहा लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें टर्मिनल में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। उन्होंने कहा, अब तक हमने सुना था कि एसटी बसों और ट्रेनों में बैग से पैसे और कीमती सामान चोरी हो रहे हैं लेकिन अगर आप हवाई जहाज का हजारों रुपए का टिकट भी खरीद लें तो भी अगर आपका सामान सुरक्षित नहीं है तो यह मुश्किल है। मैं इस बारे में दुबई सरकार को भी ईमेल करूंगा। यात्री सुयोग सपकाल ने कहा, इस चोरी की घटना से मुझे बहुत दर्द महसूस हुआ।