Pradeep Bhandari Statement: प्रदीप भंडारी का जयराम रमेश पर हमला, 'हमारे लोकतंत्र की आत्मा है चुनाव'

भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने जयराम रमेश के बयान पर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र की आत्मा हैं और राहुल गांधी झूठ बोलकर उस पर प्रहार कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा जारी तथ्यों को सही ठहराते हुए कहा कि मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए सबूत जरूरी है, अफवाह नहीं।
प्रदीप भंडारी का जयराम रमेश पर हमला, 'हमारे लोकतंत्र की आत्मा है चुनाव'

नई दिल्ली: जयराम रमेश द्वारा चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर दिए गए बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चुनाव हमारे लोकतंत्र की आत्मा है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि जयराम, चुनाव हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। आपके नेता राहुल गांधी झूठ बोलकर उस भरोसे को तोड़ना चाहते हैं। अगर उन्हें अपने आरोपों पर सचमुच यकीन है, तो उन्हें शपथ पत्र दाखिल करना चाहिए। उन्हें किस बात का डर है कि कानूनी जांच के दौरान उनके झूठ का जाल खुल जाएगा?

उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी के झूठ पर पेश किए गए तथ्य को लेकर कहा कि भारत निर्वाचन आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि शाम 6 बजे के बाद मतदान प्रतिशत बढ़ना सामान्य है, क्योंकि आखिरी मतदाताओं की गिनती होती है। इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है।

प्रदीप भंडारी ने कहा कि वार्षिक पुनरीक्षण सिर्फ अनुपस्थित या स्थानांतरित मतदाताओं को ही अपडेट करता है। एसआईआर अधिकतम शुद्धिकरण सुनिश्चित करता है। लोग पलायन करते हैं, इसलिए चुनाव आयोग घर-घर जाकर सत्यापन करता है। कई गरीब नागरिकों के पास स्थायी घर नहीं हैं, उनका पता बस वहीं है जहां वे सोते हैं। उन्हें फर्जी कहना गरीबों के साथ अन्याय है।

उन्होंने कहा कि क्या लाखों मतदाताओं को सिर्फ़ संदेह के आधार पर फर्जी करार दिया जा सकता है? चुनाव आयोग को सबूत चाहिए, अफवाह नहीं। हर मतदाता को नाम हटाने से पहले सबूत मांगने का अधिकार है। नियम 20(3) बिल्कुल स्पष्ट है कि अगर आप उस निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता नहीं भी हैं, तो भी आप गवाह के तौर पर शिकायत कर सकते हैं, लेकिन आपको शपथ लेकर शिकायत दर्ज करानी होगी। यही कानून है।

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा था कि आज, भारत निर्वाचन आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह पहली बार था जब यह 'नया' निर्वाचन आयोग सीधे तौर पर बोल रहा था, न कि सूत्रों के जरिए। उन्होंने कहा कि क्या चुनाव आयोग बिहार एसआईआर प्रक्रिया पर सुप्रीम कोर्ट के 14 अगस्त, 2025 के आदेशों को अक्षरशः लागू करेगा? ऐसा करना संवैधानिक रूप से उसका कर्तव्य है। देश इंतजार कर रहा है और देख रहा है।

 

 

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