Modi Campaign : पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के धार से 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान' और 8वें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया

मोदी ने शुरू किया स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के धार से 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान' और 8वें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया

नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के धार में 8वें राष्ट्रीय पोषण माह के साथ-साथ 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' (एसएनएसपी) अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उपस्थित रहे।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा हरियाणा से इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव की उपस्थिति में कई स्वास्थ्य शिविरों का उद्घाटन किया, जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र से और अनुप्रिया पटेल दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की उपस्थिति में दिल्ली सचिवालय से इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।

'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान भारत में महिलाओं और बच्चों के लिए अब तक का सबसे बड़ा स्वास्थ्य अभियान है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमओडब्ल्यूसीडी) के संयुक्त नेतृत्व में इस पहल के तहत, सामुदायिक स्तर पर महिला-केंद्रित निवारक, प्रोत्साहनकारी और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देश भर के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), जिला अस्पतालों और अन्य सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में 10 लाख से ज्‍यादा स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। यह अभियान गैर-संचारी रोगों, एनीमिया, तपेदिक और सिकल सेल रोग की जांच, शीघ्र पहचान और उपचार की कड़ी को मजबूती प्रदान करेगा। साथ ही प्रसवपूर्व देखभाल, टीकाकरण, पोषण, मासिक धर्म स्वच्छता, जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से मातृ, शिशु और किशोर स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा। यह अभियान मोटापे की रोकथाम, बेहतर पोषण और स्वैच्छिक रक्तदान पर विशेष जोर देते हुए समुदायों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “हमारी माताएं-बहनें, हमारी नारी शक्ति राष्ट्र की प्रगति का मुख्य आधार हैं। घर में अगर मां स्वस्थ रहती है, तो पूरा घर स्वस्थ रहता है। मां के स्वास्थ्य का प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है। इसलिए, यह अभियान माताओं-बहनों और उनके स्वस्थ भविष्य के लिए समर्पित है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “नारी शक्ति” विकसित भारत का प्रमुख स्तंभ है और स्वस्थ नारी सशक्त परिवार, महिलाओं के नेतृत्व में विकास की दिशा में एक “महा अभियान” है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी महिला जानकारी या संसाधनों के अभाव के कारण किसी गंभीर बीमारी का शिकार न हो। उन्होंने कहा, “उच्च रक्तचाप, मधुमेह, एनीमिया या कैंसर जैसी बीमारियों का शीघ्र निदान आवश्यक है क्योंकि ये आगे चलकर घातक हो सकती हैं और इसलिए इस अभियान के दौरान यह सुविधा उपलब्ध होगी।”

प्रधानमंत्री ने महिलाओं से अपने स्वास्थ्य के लिए समय निकालने और बिना किसी आशंका के स्वास्थ्य शिविरों की सुविधाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया। देश के जनजातीय क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया की गंभीर समस्या का उल्लेख करते हुए, उन्होंने विशेष रूप से जनजातीय महिलाओं से अभियान की अवधि के दौरान उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों में सभी जांचें और दवाएं निःशुल्क उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा, “हमारा संकल्प है कि कोई भी मां या बेटी पीछे न छूटने पाए। जिन्हें आगे के इलाज की आवश्यकता है, वे आयुष्मान कार्ड द्वारा प्रदान किए गए सुरक्षा कवच का लाभ उठा सकती हैं।”

सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि “हम महिलाओं के जीवन को आसान बनाने और उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “विकसित भारत बनने की अपनी यात्रा में, हम मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) और शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) में कमी लाने के उद्देश्य से काम कर रहे हैं। इसी उद्देश्य से, 2017 में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना शुरू की गई थी। इस योजना से 4.5 करोड़ से ज्‍यादा गर्भवती महिलाओं को लाभ हुआ है। कुल मिलाकर, महिलाओं के बैंक खातों में 19,000 करोड़ रुपए से ज्‍यादा की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है।”

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक करोड़वां सिकल सेल कार्ड भी सौंपा। इस बात को रेखांकित करते हुए कि सरकार इसके उन्मूलन के लिए एक राष्ट्रीय मिशन चला रही है, उन्होंने कहा कि सिकल सेल जांच के कारण लाखों जनजातीय लोगों का जीवन सुरक्षित हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि मध्य प्रदेश के शहडोल में शुरू किए गए राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया मिशन के तहत 5 करोड़ से ज्‍यादा लोगों की जांच की जा चुकी है।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में देश में ऐतिहासिक परिवर्तन हुए हैं और उन्होंने आज विभिन्न पहलों को शुरू करने के लिए धार के जनजातीय क्षेत्र को चुनने के लिए माननीय प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया।

 

Related posts

Loading...

More from author

Loading...