नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तेलंगाना के प्रतिष्ठित राजकीय गीत ‘जय जय हे तेलंगाना’ के रचयिता प्रसिद्ध कवि आंदे श्री के निधन पर शोक व्यक्त किया और उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं जताई। पीएम मोदी ने कहा कि आंदे श्री का निधन हमारे सांस्कृतिक और बौद्धिक परिदृश्य में एक गहरा शून्य छोड़ गया है। उनके विचार तेलंगाना की आत्मा को प्रतिबिंबित करते थे।
उन्होंने कहा कि एक प्रखर कवि और विचारक के रूप में वे जनता की आवाज थे, जो लोगों के संघर्षों, आकांक्षाओं और अमर भावना को अभिव्यक्त करते थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''आंदे श्री का निधन हमारे सांस्कृतिक और बौद्धिक परिदृश्य में एक गहरा शून्य छोड़ गया है। उनके विचार तेलंगाना की आत्मा को प्रतिबिंबित करते थे। एक प्रखर कवि और विचारक के रूप में वे जनता की आवाज थे, जो उनके संघर्षों, आकांक्षाओं और अमर भावना को व्यक्त करते थे।
उन्होंने आगे लिखा, ''उनके शब्दों में हृदय को झकझोरने, स्वरों को एकजुट करने और समाज की सामूहिक धड़कन को आकार देने की शक्ति थी। जिस तरह से उन्होंने सामाजिक चेतना को काव्यात्मक सौंदर्य के साथ मिश्रित किया, वह अद्भुत था। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।''
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी आंदे श्री के निधन पर दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, ''तेलंगाना साहित्य के कवि आंदे श्री के निधन से गहरा सदमा और दुःख पहुंचा है। उनका निधन न केवल साहित्य जगत के लिए, बल्कि व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी एक क्षति है। आंदे श्री एक महान योद्धा थे, जिन्होंने अपने पत्रों को तेलंगाना आंदोलन में ईंधन बनाया और लोगों में शाश्वत चेतना का संचार किया।''
सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि आंदे श्री भले ही शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन वे तेलंगाना के आधिकारिक राज्य गान "जय जय हे तेलंगाना जननी जयकेतनम" के रूप में हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।''
आंदे श्री का निधन 64 वर्ष की उम्र में हो गया। परिजनों के अनुसार, उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।
--आईएएनएस
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