वाराणसी: पीएम मोदी शनिवार को वाराणसी के बनौली गांव से 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' (पीएम किसान) योजना की 20वीं किस्त जारी करेंगे। इस मौके पर देशभर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में करीब 20,500 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता ट्रांसफर की जाएगी। इस रकम को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से किसानों के आधार से जुड़े बैंक खातों में भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की योजना है, जिसे फरवरी 2019 में शुरू किया गया था। इसका मकसद छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक मदद करना है। इस योजना के तहत 6,000 रुपए प्रति वर्ष की सहायता तीन बराबर किस्तों में किसानों को दी जाती है। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाती है।
योजना की शुरुआत से अब तक (2019 से लेकर 19वीं किस्त तक), 3.69 लाख करोड़ रुपए देशभर के किसानों के खातों में सीधे ट्रांसफर किए जा चुके हैं। शनिवार को जारी की जा रही 20वीं किस्त से किसानों को और अधिक आर्थिक मजबूती मिलेगी।
इससे पहले 19वीं किस्त प्रधानमंत्री मोदी ने 24 फरवरी 2025 को भागलपुर, बिहार से जारी की थी। उस समय भी 9.8 करोड़ किसानों को 22,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर की गई थी।
भारत के लगभग 85 प्रतिशत किसान ऐसे हैं जिनके पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है। ऐसे छोटे और सीमांत किसानों के लिए पीएम-किसान योजना एक जीवन रेखा की तरह काम करती है। यह पैसा किसानों को बोवाई या कटाई के समय मिलता है। यह योजना एक तरह का सुरक्षा कवच बन गई है, जो संकट के समय किसानों को राहत देती है।
पीएम-किसान योजना की सबसे बड़ी खासियत इसका पूरी तरह डिजिटल होना है। जनधन अकाउंट, आधार, और मोबाइल फोन की मदद से यह योजना देश के कोने-कोने में तेज और पारदर्शी तरीके से काम करती है। इस योजना के लिए किसान खुद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इस योजना के लिए जमीन का रिकॉर्ड डिजिटल तरीके से वेरीफाई होता है और पैसा सीधे खाते में आता है।
पीएम-किसान योजना से प्रेरित होकर सरकार ने कुछ नई डिजिटल पहल भी शुरू की हैं। किसान ई-मित्रा एक वॉइस-बेस्ड चैटबॉट है, जो किसानों को उनकी भाषा में जानकारी देता है। वहीं, एग्री स्टैक किसानों को व्यक्तिगत और समय पर सलाह देने वाला डिजिटल प्लेटफॉर्म है।