Droupadi Murmu Fake Video : पाकिस्तानी अकाउंट्स शेयर कर रहे हैं राष्ट्रपति मुर्मू का एआई-जनरेटेड वीडियो, पीआईबी फैक्ट चेक का बड़ा खुलासा

पीआईबी फैक्ट चेक ने राष्ट्रपति मुर्मू का फर्जी एआई वीडियो फैलाने वालों को चेताया
पाकिस्तानी अकाउंट्स शेयर कर रहे हैं राष्ट्रपति मुर्मू का एआई-जनरेटेड वीडियो, पीआईबी फैक्ट चेक का बड़ा खुलासा

नई दिल्ली: पीआईबी फैक्ट चेक ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के एक एआई-जनरेटेड वीडियो को चिह्नित किया, जिसने पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा की पोल खोल दी है।

असल में कुछ पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट्स दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राफेल लड़ाकू विमानों के प्रचार के लिए द्रौपदी मुर्मू का इस्तेमाल कर रहे हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में, पीआईबी फैक्ट चेक ने स्पष्ट किया, "पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा अकाउंट्स राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के एक एआई-जनरेटेड वीडियो को झूठे दावों के साथ प्रसारित कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राफेल के प्रचार को बढ़ावा देने के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं।"

एआई जनरेटेड वीडियो में राष्ट्रपति मुर्मू की नकल करते हुए एक आवाज सुनाई दे रही है, जिसमें झूठा दावा किया जा रहा है कि मोदी सरकार उन्हें राफेल से संबंधित प्रचार में हिस्सा लेने के लिए 'ब्लैकमेल' कर रही है।

इस फर्जी वायरल क्लिप में कहा गया है, "मैं देश के नागरिकों से अनुरोध करना चाहती हूं कि मोदी सरकार ने मुझे ब्लैकमेल किया और राफेल में बैठने का आदेश दिया। अगर मुझे कुछ हुआ, तो पीएम मोदी इसके जिम्मेदार होंगे।"

पीआईबी फैक्ट चेक ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारत के राष्ट्रपति ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।

पीआईबी फैक्ट चेक ने आगे चेतावनी दी कि यह वीडियो एआई द्वारा तैयार किया गया है और जनता को गुमराह करने के इरादे से शेयर किया गया है।

फैक्ट-चेकिंग इकाई ने प्रामाणिक, बिना एआई द्वारा एडिटेड वीडियो का एक लिंक भी शेयर किया और यूजर्स से आग्रह किया कि वे ऐसी गलत सूचनाओं की तुरंत आधिकारिक चैनलों के जरिए रिपोर्ट करें।

पीआईबी द्वारा एआई द्वारा तैयार की गई गलत सूचनाओं को चिह्नित करने का यह पहला मामला नहीं है। सोमवार को, इसने यूजर्स को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एक और एआई-छेड़छाड़ वाले वीडियो के बारे में भी चेतावनी दी, जिसमें 24 घंटे में 60,000 रुपए और 10 लाख रुपए प्रति माह रिटर्न का वादा करते हुए एक 'निवेश कार्यक्रम' का झूठा प्रचार किया गया था।

एजेंसी ने नागरिकों से ऐसे जल्दी अमीर बनने के जाल से सावधान रहने का आग्रह किया और उन्हें वित्तीय निर्णय लेने से पहले किसी भी दावे की पुष्टि करने की सलाह दी। पीआईबी ने चेतावनी दी कि ऐसे जल्दी अमीर बनने के जाल में न फंसें! सतर्क रहें। सूचित रहें। शेयर करने से पहले सत्यापित करें।

--आईएएनएस

 

 

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