पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान चरम पर पहुंच गया है। सभी पार्टियों के बड़े नेता अपने उम्मीदवारों की जीत को लेकर क्षेत्र में पहुंच रहे हैं और मतदाताओं को आकर्षित करने में जुटे हैं। इस बीच, पटना जिले के पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र का मुकाबला भाजपा नेता और विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के चुनावी अखाड़े से दूर होने पर दिलचस्प बन गया है।
इस चुनाव में चर्चित सीट बनी पटना साहिब से भाजपा नेता नंदकिशोर यादव लगातार सात बार विधायक चुने गए थे। 2020 में विधायक बनने के बाद वे बिहार विधानसभा के स्पीकर बन गए, लेकिन भाजपा ने इस बार अपने इस अनुभवी नेता का टिकट काटकर एक नए चेहरे रत्नेश कुशवाहा को मौका दिया है।
नंदकिशोर यादव हालांकि एनडीए की ओर से भाजपा प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार में जुटे हैं, लेकिन उनकी सीधी उपस्थिति नहीं होने से यह मुकाबला दोनों गठबंधनों के बीच कांटे का बन गया है। कांग्रेस ने इस चुनाव में युवा शशांत शेखर को चुनावी मैदान में उतार दिया है।
शशांत शेखर ने आईआईटी दिल्ली और आईआईएम कोलकाता से पढ़ाई की है। उन्हें जर्मनी की एक कंपनी से सवा करोड़ रुपए के पैकेज का प्रस्ताव मिला था, लेकिन उन्होंने स्वीकार नहीं किया। नौकरी को छोड़कर वे पटना लौटे और समाज सेवा को चुना है।  फिलहाल वे पटना के नजदीक खुशरुपुर में डेयरी फार्म चला रहे हैं। पटना साहिब क्षेत्र में सक्रिय रहे शशांत शेखर और रत्नेश कुशवाहा के मैदान में आने से मुकाबला कांटे का और युवा प्रत्याशियों का बन गया है।
भाजपा नेता शिशिर कुमार भी इस क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतर गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने एनडीए के प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा की है। पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस विधानसभा क्षेत्र में 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस अभेद्य किले को सुरक्षित रखा था। उस चुनाव में नंदकिशोर यादव का सीधा मुकाबला इंडियन नेशनल कांग्रेस के उम्मीदवार प्रवीण सिंह से था। इस कांटे की टक्कर में भी यादव ने अपनी पकड़ बनाए रखी और भारी वोटों के एक बड़े अंतर से जीत हासिल की। 
कांग्रेस के प्रत्याशी शशांत शेखर कहते हैं कि आज पढ़े-लिखे लोगों को राजनीति में आना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता पटना साहिब है और इसकी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिलाने की है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यहां के युवाओं का जोरदार समर्थन उन्हें मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यहां की यातायात व्यवस्था और जलजमाव की समस्या को दूर करना उनकी प्राथमिकता होगी। पटना को टॉप सिटी बनाकर मैं अपने प्रदेश को कुछ देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि नौकरी तो कहीं मिल जाती, लेकिन जो अपनी जन्मभूमि पर प्यार मिल रहा है, उससे अभिभूत हूं। 
भाजपा के प्रत्याशी रत्नेश कुशवाहा कहते हैं कि हमारा प्रयास भाजपा के इस अभेद्य किले को और मजबूत करने का है। उन्होंने कहा कि सर्व समाज का आशीर्वाद मिल रहा है। एनडीए सरकार में किए गए विकास को देखकर लोग वोट करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पटना में रोड शो किया है।
