अमृतसर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के दुःखद खुन खात्मे के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है। इस आपातकालीन स्थिति में, एक 69 साल के शख्स का दिल अटैक आकर मौत का सामना करना पड़ा, जो किसी पुलिस शख्स की आपात सेवाओं के लिए उत्तरदायी था। इसी कड़ी में, भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सर्वोच्च सुरक्षा के लिए अल्पकालिक वीजा को रद्द कर दिया है। इस से प्रभावित होकर, भारत में रह रहे कई पाकिस्तानी नागरिकों को अब अपने मुल्क वापस जाना होगा। एक दूसरे रुट से अटारी सीमा पर कुल 224 भारतीय और पाकिस्तानी नागरिक, जिनके पास नो ऑब्लिगेशन टू रिटर्न टू इंडिया वीजा था अंतर्राष्ट्रीय चेकपोस्ट के माध्यम से भारत में प्रवेश किये गए।अभी तक यह संघर्ष और उतार-चढ़ाव जारी है, जब एक पाकिस्तानी माँ, जिन्होंने पांच साल की बेटी को साथ लाकर भारत में सुरक्षिती से पहुंचाया, उन्होंने अपने डरों और उम्मीदों को साझा किया। अब्दुल वहीद को जम्मू-कश्मीर पुलिस पाकिस्तान वापस भेजने के लिए श्रीनगर से लाई थी। उन्होंने बताया कि वह पिछले 17 सालों से भारत में रह रहा था और पुलिस को उसका वीजा एक्सपायर्ड मिला। अब उन्हें डिपोर्ट किए जाने की तैयारी थी। इससे पहले ही उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई।