नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। पंजाब के सीमावर्ती जिलों में आई बाढ़ ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। खेतों में पानी भरने से किसानों की फसलें डूब गई है और कई गांवों में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। इसी बीच केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मुद्दे पर बयान दिया है।
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "अभी बाढ़ की स्थिति का तात्कालिक आकलन कर पाना संभव नहीं है, क्योंकि खेतों में पानी भरा हुआ है और फसलें डूबी हुई हैं। गुरुवार को स्थिति की समीक्षा कर हम राज्य सरकार से मिलकर चर्चा करेंगे और जरूरी कदम उठाएंगे।"
उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह जनता के साथ हैं। उन्होंने कहा, "पंजाब के सीमावर्ती जिलों में बाढ़ की स्थिति है, जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग मुश्किल में हैं और किसान गहरे संकट में हैं।"
शिवराज सिंह ने बताया कि अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक, 1.5 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलें बाढ़ के पानी में डूब चुकी हैं। उन्होंने कहा कि केवल पंजाब ही नहीं, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे उत्तरी राज्यों में भी बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है।
शिवराज सिंह ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह पहले ही जम्मू-कश्मीर का दौरा कर चुके हैं और अब वे स्वयं गुरुवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
उन्होंने कहा, "मैं खुद किसानों, ग्रामीणों और प्रभावित लोगों से मिलूंगा, उनकी समस्याएं सुनूंगा और केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता सुनिश्चित करूंगा।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मैंने बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, कृषि मंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री से बात की है। सभी के साथ मिलकर हम इस संकट से निपटने की योजना पर काम कर रहे हैं।"
उन्होंने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा, "केंद्र सरकार पूरी तरह स्थिति पर नजर रखे हुए है और राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि किसी भी नागरिक को कोई परेशानी न हो। हम सब एकजुट होकर इस आपदा से निपटेंगे।"
फिलहाल पंजाब समेत कई राज्यों में राहत और बचाव कार्य जारी है, और प्रशासन हर संभव मदद करने की कोशिश में जुटा हुआ है।
--आईएएनएस
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